जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक तनाव के बीच महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को बड़ा झटका लगा है। गुरुवार को पार्टी के तीन नेताओं ने एक साथ इस्तीफा दे दिया। इसमें धमन भसीन, फुलेल सिंह और प्रीतम कोतवाल शामिल हैं।
उन्होंने यह कहते हुए इस्तीफा दिया कि सांप्रदायिक तत्वों ने पार्टी को हाइजैक कर लिया है। ऐसे में हमारे पास पार्टी को छोड़ने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
मालूम हो कि आए दिन पीडीपी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष वाहिद उर रहमान पारा को वर्ष 2019 के संसदीय चुनाव के दौरान आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों के साथ मिलकर साजिश रचने के आरोप में बुधवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार कर लिया था। हाल ही में उसने जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनावों के लिए दक्षिण कश्मीर में पुलवामा से अपना नामांकन कराया था।
पारा दक्षिण कश्मीर खासकर आतंकवादग्रस्त पुलवामा में पीडीपी का अहम नेता था। उसका नाम निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह मामले की जांच के दौरान सामने आया था।
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि जांच एजेंसी ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के युवा विंग नेता वाहिद उर रहमान पारा को नवीद बाबू-दविंदर सिंह मामले के संबंध में गिरफ्तार किया गया।