दिल्ली में एक बार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. राजधानी में तीसरी लहर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अपने यहां अब तक का सबसे बड़ा कोरोना सर्वे शुरू किया था और इस दौरान 57.3 लाख लोगों का सर्वे किया गया जिसमें 13 हजार से ज्यादा लोगों में लक्षण वाले मरीज यानी सिम्प्टोमैटिक पाए गए.
दिल्ली 20 से 24 नवंबर के बीच घर-घर कराए गए 5 दिवसीय कोरोना सर्वे में 57.3 लाख लोगों को शामिल किया गया जिसमें कुल 13,516 लोगों में ही लक्षण वाले यानी सिम्प्टोमैटिक पाए गए और 8413 के कॉन्टेक्ट्स की भी पहचान की गई.
इनमें से अभी तक 11,790 लक्षण वाले और 6,546 इनके कांटेक्ट का टेस्ट कराया गया. कुल 1,178 लोग कोरोना संक्रमित मिले यानी 6.42% अभी तक का पॉजिटिविटी रेट है.
दिल्ली के 11 जिलों में सर्वे करने के लिए 8,968 टीम लगाई गई थी और हर टीम में 3 लोग थे. यह सर्वे दिल्ली के 4,456 कंटेनमेंट जोन, घनी आबादी वाले रिहायशी इलाकों, बाजारों और ऐसे इलाकों में था जहां संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है.
5 दिन चले सर्वे में सबसे ज्यादा 1,576 टीमें साउथ-वेस्ट दिल्ली में लगाई गईं. इसके बाद 1,300 टीमें नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली और 1,200 टीमें वेस्ट दिल्ली में लगाई गईं. इस सर्वे के दौरान 1,178 संक्रमित लोगों में से सेंट्रल दिल्ली में सबसे ज्यादा कोरोना केस सामने आए और यहां पर 288 लोग पॉजिटिव निकले. जबकि नई दिल्ली क्षेत्र में 275 लोग संक्रमित निकले.