कोरोना काल में पहलवान बजरंग पूनिया व संगीता फौगाट की शादी काफी सादगी के साथ होगी। इसके अलावा यह शादी सामाजिक सरोकारों के साथ भी जुड़ी होगी। सादगी के बीच दोनों पहलवान अपनी शादी को बेहद खास बनाएंगे। बजरंग की शादी में सात की जगह आठ फेरे होंगे। वजह जान कर आप भी तारीफ किए बगैर नहीं रह सकते।
पहलवान बजरंग पूनिया व संगीता फौगाट की शादी पिछले साल तय हुई थी। दोनों के परिवार वालों ने ओलंपिक के बाद शादी करने का फैसला लिया था लेकिन कोरोना के कारण ओलंपिक 2021 में खिसकने के कारण बजरंग व संगीता की शादी 25 नवंबर को होगी। बजरंग का रिश्ता भी एक रुपये में हुआ था।
वहीं शादी भी बिना दहेज के होगी। वह दहेज में कुछ नहीं लेंगे, जिससे एक सकारात्मक संदेश समाज में जाए और दहेज प्रथा को लेकर लोगों की सोच बदल सके। खास बात यह है कि बजरंग और संगीता की शादी में आठ फेरे होंगे। दोनों बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ व बेटी खिलाओ का आठवां फेरा लेंगे। शादी में केवल एक सप्ताह का समय रह गया है। दोनों के परिवार शादी की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
इस आठवें फेरे से समाज को बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच का संदेश दिया जाएगा। बजरंग पूनिया कहते हैं कि दहेज एक गलत प्रथा है और इसे समाज से मिटाना जरूरी है। इसके लिए हर किसी को प्रयास करना होगा, तभी दहेज प्रथा को खत्म किया जा सकता है।
बजरंग कहते हैं कि बेटियों को लेकर काफी हद तक समाज की सोच में बदलाव हुआ है लेकिन वह पूरी तरह से नहीं बदल सकी है। उसे भी बदलना जरूरी है और हर माता-पिता को अपनी बेटी को बेटे से कम नहीं समझना चाहिए। बेटियों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहिए।