तुर्की और पाकिस्तान जैसे देशों से निकलने वाले आतंकवाद पर चिंतित यूरोपीय संसद के सदस्य जॉर्डन बर्देला ने अंकारा और इस्लामाबाद के खिलाफ प्रतिबंधों की मांग की है। उन्होंने कहा कि इन मुल्कों में आतंकवाद को प्रश्रय मिला है। जॉर्डन ने कहा कि इनके खिलाफ कठोर वित्तीय और व्यापारिक प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। जॉर्डन के प्रतिबंधों के आह्वान के बाद फ्रांस और मुस्लिम देशों के बीच दरार बढ़ गई है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब फ्रासं में पिछले एक महीने पैगंबर मुहम्मद के विवादास्पद कैरिकेचर से कई बार आतंकी हमले हुए हैं। अगर उनके सुझाव को यूरोपीय यूनियन ने मान लिया तो पाकिस्तान की आर्थिक हालत और भी खस्ता हो जाएगी। जॉर्डन के इस बयान से एक बात और साफ हो गई कि पाकिस्तान अब भी अपनी धरती पर आतंकवाद का पोषण और भरण कर रहा है।
मुस्लिम देशों ने फ्रांसीसी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए आह्वान किया
जॉर्डन की इस मांग के साथ फ्रांस के खिलाफ मुस्लिम देशों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए है। कई मुस्लिम देशों ने सोशल मीडिया में फ्रांसीसी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए आह्वान किया है। बता दें फ्रांस में पैगंबर मुहम्मद के विवादास्पद कैरिकेचर को लेकर 30 अक्टूबर को आतंकवादियों ने एक चर्च को निशाना बनाया था। इस आतंकी हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी। कई अन्य घायल हुए थे। इस क्रम 2 नवंबर को फ्रांस में एक आतंकवादी घटना में चार लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में 20 से अधिक लोग घायल हुए थे।
यूरोपीय सांसदों ने आतंकवाद और चरमपंथ पर चिंता जताई
फ्रांस में हुए आतंकवादी हमलों के बाद यूरोपीय संसद के फ्रांसीसी सदस्य जॉर्डन बर्डेला ने यूरोपीय आयोग के समक्ष यह लिखित मांग की थी। तुर्की के राष्ट्रपति ने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा कि फ्रांस का यह बयान अधिक कठोर और अस्विकार्य है। हाल के महीनों में यूरोपीय सांसदों ने आतंकवाद और चरमपंथ के बारे में अपनी चिंताओं को यूरोपीय संसद में उठाया है। यूरोपीय सांसदों ने तुर्की और पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवाद पर चिंता जाहिर की। इस बीच यूरोपीय आयोग ने कहा है कि जॉर्डन के सवालों का जवाब दिया जाएगा।
निकोलस भी अंकारा और इस्लामाबाद पर प्रतिबंध लगाने की मांग की
यूरोपीय संसद के फ्रांसीसी सदस्य निकोलस बे ने भी यूरोपीय संघ ईयू को सब्सिडी और सीमा शुल्क सुविधाओं के साथ अंकारा और इस्लामाबाद पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। निकोलस ने दोनों देशों से होने वाली सक्रिय आतंकवाद की कड़े शब्दों की निंदा की है। यूरोपीय मामलों के लिए यूरोपीय कमिश्नर यल्वा जोहानसन से बात करते हुए निकोलस बे ने यूरोपीय आयोग द्वारा दिए जा रहे समर्थन की आलोचना की।