अभिनेत्री पूजा बेदी को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। महंत नरेंद्र गिरि ने उनको अगले साल हरिद्वार में होने वाले कुंभ में शामिल होकर नागा संन्यासियों के बारे में जानने की सलाह दी है। उन्होंने पूजा बेदी को यह सलाह बॉलीवुड अभिनेता और मशहूर मॉडल मिलिंद सोमन की न्यूड तस्वीर की तुलना नागा साधुओं से करने पर दी है।
दरअसल मॉडल मिलिंद सोमन ने हाल ही में अपने जन्मदिन के मौके पर सोशल मीडिया पर अपनी एक न्यूड तस्वीर साझा की। इस तस्वीर में वह न्यूड होकर दौड़ते हुए दिखाई दिए थे। इस न्यूड तस्वीर के सामने आने के बाद गोवा में अश्लीलता फैसले के आरोप में उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। वहीं पूजा बेदी ने मिलिंद सोमन की न्यूड तस्वीर का समर्थन करते हुए कहा कि न्यूड होना अपराध नहीं है। अगर ऐसा है तो नागा बाबाओं को भी गिरफ्तार होना चाहिए।
पूजा बेदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा ‘मिलिंद सोमन की तस्वीर में कुछ भी अश्लील नहीं है। अधिक कल्पना करने वाले दर्शक के मन में अश्लीलता व्याप्त है। उसका यह अपराध अच्छा लग रहा है। प्रसिद्ध और बेंच मार्क सेटिंग करने वाला। अगर न्यूड होना एक अपराध है तो सभी नागा बाबाओं को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।’ पूजा बेदी के इस ट्वीट पर साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़ा ऐतराज जताया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने किसी फिल्मी कलाकार के नग्नता और अश्लीलता की तुलना अनादि काल से चली आ रही नागा सन्यासियों की परंपरा से किये जाने को गलत करार दिया है।
नरेंद्र गिरी ने अभिनेत्री पूजा बेदी को सलाह देते हुए कहा है कि पहले उन्हें नागा सन्यासियों के बारे में जानकारी लेनी चाहिए कि आखिर नागा सम्प्रदाय क्या है, कौन होते हैं, कैसे बनते हैं और क्यों बनते हैं। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि फिल्मी कलाकार अपने अंग का जिस तरह से प्रदर्शन चाहे करें, किसी को कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन सनातन परंपरा में नागाओं को प्रणाम करने से मन को शांति मिलती है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि अपने फायदे के लिए जो लोग नग्न प्रदर्शन करते हैं उससे समाज में गलत संदेश जाता है। उन्होंने पूजा बेदी के ट्वीट को लेकर कहा है कि शायद पूजा बेदी को सन्यासियों की नागा परंपरा के बारे में कोई जानकारी नहीं है इसलिए अखाड़ा परिषद की ओर से उन्हें 2021 में हरिद्वार में होने जा रहे महाकुंभ में आमंत्रित करता हूं, कि वे महाकुंभ में आकर नागा संन्यासियों की परम्परा के बारे में जानकारी प्राप्त करें।