ब्राजील ने चीनी कोविड-19 वैक्सीन के मानव परीक्षण को ‘प्रतिकूल घटना’ के कारण रोक दिया है. परीक्षण में शामिल एक वॉलेंटियर पर प्रतिकूल घटना प्रबल दावेदार वैक्सीन के लिए किसी झटके से कम नहीं है. सोमवार को नियामक संस्था अनविसा ने बयान में जानकारी दी.
उसने बताया कि 29 अक्टूबर को गंभीर प्रतिकूल घटना की रिपोर्ट सामने आने के बाद उसने मानव परीक्षण को बाधित करने का फैसला किया. उसने प्रतिकूल प्रभाव की विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा, “इस तरह की घटनाओं में मौत, संभावित घातक दुष्प्रभाव, गंभीर विकलांगता, अस्पताल, जन्म से जुड़े विकार शामिल हैं.”
गौरतलब है कि चीनी फार्मा कंपनी सिनोवाक बायोटेक की विकसित कोरोनावाक वैक्सीन को धक्का उसी दिन लगा जिस दिन अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने बताया कि उसकी वैक्सीन ने कोविड-19 के खिलाफ 90 फीसद असर दिखाया है. फाइजर और सिनोवाक दोनों की वैक्सीन तीसरे चरण के मानव परीक्षण में शामिल हैं और दोनों का परीक्षण ब्राजील में चल रहा है. परीक्षण का ये चरण नियामक मंजूरी से पहले अहम माना जाता है.
ब्राजील में कोरोनावाक वैक्सीन सियासी लड़ाइयों का शिकार रही है. एक तरफ साओ पौलो के गवर्नर वैक्सीन के पक्ष में हैं तो दूसरी तरफ ब्राजील के राष्ट्रपति प्रमुख विरोधी हैं. राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो तो वैक्सीन को ‘दूसरे देश’ का बता चुके हैं. उन्होंने गवर्नर एडुराडो पाजुलो के चीन से कोविड-19 की वैक्सीन खरीदारी के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. ब्राजील कोरोना वायरस संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित होनेवाले देशों में अमेरिका और भारत के बाद है. तीसरे नंबर पर पहुंचे ब्राजील में 56 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस अपनी चपेट में ले चुका है.