अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए तीन नवंबर को चुनाव होने हैं। उससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और जो बिडेन के बीच आखिरी बहस हुई। बहस के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत का जिक्र करते हुए उसे गंदा बताया। उनकी इस टिप्पणी से भारतीय नाराज हैं। जबकि सोशल मीडिया पर बहुत से लोगों ने इस तरह की ‘बेइज्जती’ से बचने के लिए सरकार को प्रदूषण से निपटने की सलाह दी है।
ट्रंप ने शुक्रवार को हुई राष्ट्रपति पद के लिए बहस के दौरान कहा, ‘चीन को देखिए वो कितना गंदा है। रूस को देखिए, भारत को देखिए, ये गंदे हैं। वहां की हवा खराब है।’ ट्रंप का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है जब अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर टू प्लस टू वार्ता के लिए नई दिल्ली आने वाले हैं। इसमें भारत-अमेरिका की साझेदारी को बढ़ाने पर बात की जाएगी।
बहस के दौरान ट्रंप ने भारत के कोरोना वायरस डाटा पर सवाल उठाए। बता दें कि महामारी को लेकर ट्रंप प्रशासन की आलोचना हो रही है। वहीं ट्रंप के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। जहां कुछ लोगों ने इसे भारत का अपमान करार दिया है। वहीं कुछ यूजर्स का कहना है कि इस तरह के बयान से ट्रंप को भारतीयों-अमेरिकियों के वोट कैसे मिल सकते हैं।
बहुत से यूजर्स ने भारत को आत्मनिरीक्षण और कार्रवाई करने की सलाह दी। उनका कहना है कि भारत की हवा दुनिया में सबसे खराब में से एक है। कई वर्षों से दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी के रूप में उभरा है। जबकि भारत के गंगा मैदान दुनिया के सबसे गंदी हवा वाले क्षेत्र के रूप में रिपोर्ट किए गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के वायु गुणवत्ता डाटाबेस (2018) ने पाया था कि वार्षिक पीएम 2.5 स्तरों के संदर्भ में दुनिया के सात सबसे प्रदूषित शहर भारत में ही थे। इसमें कानपुर पहले तो दिल्ली पांचवे नंबर पर था। दूसरी ओर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प ने नमस्ते इंडिया का अपमान किया है और जलवायु परिवर्तन और पेरिस समझौते पर उनके ज्ञान की कमी उजागर हुई है।