केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति वैश्विक मानकों के अनुरूप है, इसलिए छात्रों को अब विदेशों में शिक्षा पर हजारों डॉलर खर्च करने की जरूरत नहीं है।
आईआईटी खड़गपुर में एक वेबिनार को संबोधित करते हुए निशंक ने कहा कि देश में एक मजबूत शिक्षा व्यवस्था और शोध की गुणवत्तापूर्ण सुविधा है।
उन्होंने कहा कि छात्रों को विदेश में महंगी शिक्षा लेने की जरूरत नहीं है। देश में सभी तरह की सुविधा और ढांचा मौजूद है। छात्र अब देश में ही बेहतर शिक्षा का लाभ उठा सकते हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में छात्रों के हितों का पूरा ध्यान रखा गया है। प्रधानमंत्री ने विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में उनके कैंपस शुरू करने को आमंत्रित किया है।
साथ ही भारतीय यूनिवर्सिटी को विदेशों में कैंपस स्थापित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया है, ताकि छात्र देश में ही रहकर पढ़ाई के लिए प्रेरित हों।