हाथरस की मृत गुड़िया के साथ अमानवीयता से परेशान होकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटाने के साथ ही प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग करने वाली बहुजन समाज पार्टी की मुखिया ने अब एक और कदम आगे बढ़ाया है। मायावती ने हाथरस कांड की सीबीआइ जांच की मांग की है।
सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव मायावती ने अपनी मांग को लेकर ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा है कि हाथरस के जघन्य कांड को लेकर पूरे देश में जबरदस्त आक्रोश है। इसकी शुरूआती जांच रिपोर्ट से जनता संतुष्ट नहीं लगती है। अत: इस मामले की सीबीआइ से या फिर माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिये। यह बेहद ही दर्दनाक कांड है। बसपा की मांग है कि इस कांड में सभी किरदार का दूध का दूध और पानी का पानी हो।
मायावती ने कहा कि इसके साथ ही देश के माननीय राष्ट्रपति उत्तर प्रदेश से आते हैं। एक दलित होने के नाते भी उनसे इस प्रकरण में खासकर सरकार के अमानवीय रवैये को ध्यान में रखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दखल देने की भी पुरजोर अपील है।
बसपा मुखिया मायावती ने इससे पहले भी हाथरस तथा बलरामपुर कांड से बेहद व्यथित होकर गुरुवार को भाजपा नेतृत्व से योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग की थी। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था को लेकर यहां राष्ट्रपति शासन की मांग की थी।