केंद्र सरकार ने गुरुवार को लोकसभा में कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए तीन विधेयकों को पारित करा लिया। इन विधेयकों को लेकर सरकार को खासा विरोध झेलना पड़ा। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि हम किसानों के लिए उन फैसलों को ले रहे हैं, जो उनके हक में हैं। किसानों को बिचौलियों द्वारा गुमराह किया जा रहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर कमल संदेश के विशेष संस्करण ‘न्यू इंडिया के वास्तुकार’ का विमोचन करते हुए कहा, भाजपा एकमात्र राजनीतिक पार्टी थी जिसने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को 25 करोड़ खाद्य पैकेट, 5 करोड़ राशन किट और 1 करोड़ मास्क दिए। अन्य राजनीतिक दल स्वयं लॉकडाउन मोड में थे, उन्होंने गरीबों के लिए कुछ नहीं किया।
जेपी नड्डा ने कहा, आवश्यक वस्तु अधिनियम को विनियमित किया जा रहा है क्योंकि वस्तुओं की मात्रा में वृद्धि हुई थी। हम दबाव की राजनीति में नहीं झुकेंगे। हम वही करेंगे जो किसानों के लिए सही है। सुधार के बारे में किसानों को बिचौलियों और कुछ लोगों द्वारा गुमराह किया जा रहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि हम एपीएमसी से किसानों को बाहर लाएंगे। आवश्यक वस्तु अधिनियम में जंग लग गया है, उसे हम बदल डालेंगे। मोदी जी ने ये आज करके दिखाया है। जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वो बिचौलियों की भाषा बोल रहे हैं, किसानों की नहीं।
उन्होंने कहा, पहले किसान गुलामी के दौर में थे। प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा कि इससे हम किसानों को आजाद करते हैं। किसान चाहे अनाज मंडी से अपनी फसल बेचे या देश के किसी कोने में अपनी फसल बेचे। इन विधेयकों में उनको आजादी दी गई है।
जेपी नड्डा ने कहा, इसके साथ ही एपीएमसी भी चलेगा। कृषि उपज मंडी समिति भी चलेगा। जो उसमें जाना चाहते हैं, जा सकते हैं। इसके साथ-साथ एमएसपी भी चलेगी। लेकिन बिचौलियों के साथ मिले लोग ये कोशिश कर रहे हैं कि किसानों को गुमराह किया जाए।