पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी ने मई के महीने में साल 2020-21 के लिए खिलाड़ियों के सालाना कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया था। PCB ने उस समय 21 खिलाड़ियों के साथ करार किया था, जिसमें ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज का नाम शामिल नहीं था। हफीज का नाम इसलिए भी इस कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट में नहीं था, क्योंकि उन्होंने टेस्ट और वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, जबकि सिर्फ टी20 क्रिकेट ही वे खेल रहे हैं।
यहां तक कि टी20 क्रिकेट भी वे ज्यादा नहीं खेले थे। ऐसे में उनको बोर्ड ने कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट से बाहर रखा, लेकिन इंग्लैंड के दौरे पर तीन टी20 मैचों की सीरीज के आखिरी दो मैचों में 69 और 86 रन की तूफानी पारी खेलकर टीम को जीत दिलाने वाले मोहम्मद हफीज को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने फिर से कॉन्टैक्ट साइन करने के लिए अप्रोच किया है। हैरान करने वाली बात ये है कि मोहम्मद हफीज ने इस कॉन्टैक्ट को साइन नहीं करने का फैसला किया है।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, ऐसा समझा जाता है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मोहम्मद हफीज को हर महीने एक लाख रुपये से ज्यादा की रकम वाले करार को साइन करने का ऑफर दिया था, लेकिन हफीज ने इसको ठुकरा दिया। ऐसे में उनको रिटेनर कॉन्ट्रैक्ट मिलेगा, जिसमें खिलाड़ी को सैलरी नहीं मिलती, लेकिन मैच फीस और डेली अलाउंस मिलता है। पीसीबी ने बिना करार के किसी भी खिलाड़ी को टीम में शामिल नहीं करने का फैसला किया था।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने फैसला किया था कि कोई भी खिलाड़ी और अधिकारी किसी इवेंट में बिना एग्रीमेंट साइन किए भाग नहीं लेगा। पिछले साल कुछ क्रिकेटरों ने बिना कॉन्ट्रैक्ट साइन किए इवेंट खेले थे। अगर कोई खिलाड़ी बोर्ड के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करता है तो उसे विदेशी टी20 लीग या फिर घरेलू टी20 लीग में बोर्ड से एनओसी लेनी होगी। यही कारण है कि मोहम्मद हफीज ने पीसीबी द्वारा दिए जा रहे बड़े ऑफर को ठुकरा दिया है।