टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा कितने प्रतिभाशाली हैं ये शायद ही कहने की जरूरत है। ये रोहित की प्रतिभा ही थी जिसके दम पर उन्होंने उस मुकाम को हासिल किया जिसे पाना हर किसी के बस की बात नहीं होती। रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड ने बताया कि रोहित आज को कुछ भी हैं वो उन्हें आसानी से हासिल नहीं हुआ। उन्होंने ये सबकुछ अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा के दम पर हासिल किया।
दिनेश लाड ने बताया कि आखिर पहली बार कब रोहित शर्मा से उनकी मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा कि बोरिवली में एक कैंप का आयोजन किया गया था और इस दौरान कुछ मैच भी कराए गए थे। मैंने अपने स्कूल की टीम को भी उसमें खिलाया था। उस टूर्नामेंट में रोहित शर्मा की टीम और मेरी टीम फाइनल तक पहुंची थी। सीमेंट की पिच पर इस मैच का आयोजन कराया गया था और ये 10 ओवर का मैच था, लेकिन मेरी स्कूल की टीम विजेता बनी थी।
दिनेश लाड ने बताया कि मैं हमेशा ही प्रतिभाशाली बच्चों की खोज में रहता था और रोहित शर्मा ने जिस तरह से गेंदबाजी की थी उससे मैं काफी प्रभावित था और मैंने सोचा था कि इस बच्चे को हमें अपने स्कूल में लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा के चाचा स्कूल की फीस भरने की स्थिति में नहीं थे और फिर मेरे कहने पर रोहित को हमारे स्कूल में फ्री में एडमिशन मिला था। मैंने स्कूल के डायरेक्टर से रोहित की फीस भी कम करने का आग्रह किया था। रोहित पहला ऐसा बच्चा था जिसके लिए मैंने ऐसा किया था। उस वक्त मैंने नहीं सोचा था कि वो कभी भारत के लिए खेलेगा। अगर उस वक्त ऐसा नहीं हुआ होता तो शायद आप रोहित शर्मा को भारत के लिए खेलता नहीं देख पाते।
इसके अलावा रोहित के बचपन के कोच दिनेश लाड ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि 2023 में भारत में होने वाले वनडे विश्व कप में उनका शिष्य दमदार प्रदर्शन करेगा। पिछले साल हुए वनडे विश्व कप में रोहित शर्मा ने 5 शतक लगाए थे, लेकिन टीम सेमीफाइनल से बाहर हो गई थी। वहीं रोहित को भारत के सबसे बड़े खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न के लिए चुना गया है। इसके बारे में उनके कोच ने कहा कि खेल रत्न मिलना बहुत ही बड़ा सम्मान है। उन्होंने कहा कि- मुझे ऐसा नहीं कहना चाहिए, लेकिन अगर एक गरीब लड़के में प्रतिभा है तो वो आसमान छू सकता है और इसके सबसे बड़े उदाहरण रोहित शर्मा हैं। लाड ने ये सारी बातें मराठी क्रिकेट चैट शो ‘कॉफी क्रिकेट अनी बरेच कही’ में बताई।