पटना : बिहार में तेजी से पांव पसार रहे नशे के कारोबार के खिलाफ खुफिया राजस्व निदेशालय (डीआरआई ) की टीम को बड़ी सफलता मिली है. दो तस्करों के पास से नशे के सबसे महंगे ड्रग ‘कोबरा स्नेक वेनम’ (कोबरा के जहर का पाउडर) 950 ग्राम मात्रा में जब्त किया गया है. जिसकी कीमत भारतीय बाजार में चार करोड़ तथा अंतरराष्ट्रीय बाजार में बीस करोड़ से भी अधिक कीमत बताई जा रही है.
बता दें कि डीआरआई को सूचना मिली थी कि बंगलादेश के रास्ते कोबरा स्नेक वेनम की एक बड़ी खेप बिहार होते हुए दिल्ली जाने वाली है. इस सूचना के बाद डीआरआई की टीम ने पूर्णिया के लाइन बाजार इलाके से ‘कोबरा स्नेक वेनम’ (कोबरा के जहर का पाउडर) के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है. ड्रग की मात्रा 950 ग्राम है, जिसकी कीमत भारतीय बाजार में चार करोड़ तथा अंतरराष्ट्रीय बाजार में बीस करोड़ से भी अधिक बताई जा रही है.पूर्वी भारत के किसी भी राज्य में इतनी बड़ी मात्रा में ऐसे ड्रग की बरामदगी का यह पहला मामला है.
मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में गिरफ्तार तस्कर गोपाल दास व नारायण घोष पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले बताए जा रहे हैं.ड्रग की यह खेप फ्रांस से बांग्लादेश के रास्ते भारत लाई जा रही थी और इसे दिल्ली भेजा जाना था. जाँच में यह ड्रग फ़्रांस की रेड ड्रेगन कम्पनी का बना पाया गया. नशीले पदार्थों की तस्करी के इस गिरोह का सरगना बंगलादेशी नागरिक मोहम्मद जब्बार बताया जा रहा है. डीआरआई की टीम गिरफ्तार तस्करों से पटना में सघन पूछताछ कर रही है. बरामद ड्रग भारत में वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम 1972 के तहत प्रतिबंधित है,क्योंकि भारत में कोबरा सांप विलुप्त वन्यजीव में शामिल है.