राजस्थान में गुरुवार से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘कोई भूखा नहीं सोए’ अभियान की शुरुआत करते हुए इंदिरा रसोई योजना शुरू की है. वसुंधरा राजे की अन्नपूर्णा रसोई योजना को बंद कर उसकी जगह अशोक गहलोत ने 8 रुपये में भरपेट भोजन की इंदिरा रसोई योजना शुरू की है. आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर इसे प्रदेश भर के 213 नगरीय निकायों में 358 रसोई के साथ शुरू किया जा रहा है. इस योजना में रसोई की जगह बैठकर भोजन करने की व्यवस्था होगी. हर रसोई में सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे और खाने वालों की तस्वीरें भी खींची जाएंगी. मुख्यमंत्री गहलोत गुरुवार को 11 बजे इसकी शुरुआत करेंगे.

राजस्थान में शहरों में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल जैसी जगहों पर पहले दौर में इसे शुरू किया जा रहा है. 8 रुपये में मुख्य रूप से दाल, चपाती, सब्जी और अचार दिया जा रहा है. राजस्थान सरकार के अनुसार प्रति थाली सरकार 12 रुपये का अनुदान दे रही है और 8 रुपये खाने वाले को देना पड़ेगा.
यानी 20 रुपये की एक थाली होगी. सरकार के अनुसार रोजाना 1 लाख 34 हजार और पूरे साल में 4 करोड़ 87 लाख लोगों को भोजन कराने का लक्ष्य रखा गया है. इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग होगी और मोबाइल पर कूपन की सूचना देनी होगी.
भोजन का समय सुबह 8:30 बजे से लेकर दोपहर 1:00 बजे तक होगा जबकि शाम के भोजन का समय शाम 5:00 बजे से लेकर 8:00 बजे तक होगा.
शुरुआत में हर निगम क्षेत्र में 300 लोगों को, नगर परिषद और पालिका क्षेत्र में 150 लोगों को सुबह-शाम खाना खिलाया जाएगा. दरअसल अशोक गहलोत ने सत्ता में आने के बाद वसुंधरा राजे की 8 रुपये में भरपेट भोजन और 5 रुपये में भरपेट नाश्ता करने वाली अन्नपूर्णा रसोई योजना को बंद कर दिया था. इसे लेकर लोगों में भारी रोष था.
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