कोरोना वायरस संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लाल किले पर 74वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया. अपने भाषण में प्रधानमंत्री में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर कई बातें कहीं.

पीएम मोदी ने शिक्षा नीति को लेकर कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति जड़ों से जुड़े ग्लोबल सिटीजन पैदा करेगी. आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में, आधुनिक भारत के निर्माण में, नए भारत के निर्माण में, समृद्ध और खुशहाल भारत के निर्माण में, देश की शिक्षा का बहुत बड़ा महत्व इसी सोच के साथ देश को एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति मिली है.
आपको बता दें, इससे पहले पीएम मोदी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) को लेकर भाषण दे चुके हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि नई शिक्षा नीति में भेड़चाल की कोई जगह नहीं है, इसके आने से भारत की नई नींव तैयार होगी.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हर देश,अपनी शिक्षा व्यवस्था को राष्ट्रीय मूल्य के साथ जोड़ते हुए, अपने राष्ट्रीय लक्ष्य के अनुसार सुधार करते हुए चलता है. मकसद ये होता है कि देश की शिक्षा व्यवस्था, अपनी वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को भविष्य के लिए तैयार रखे,भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति का आधार भी यही सोच है.
पीएम मोदी ने भाषण में कहा था, लंबे समय से छात्र भेड़चाल सिस्टम को फॉलो कर रहे हैं. ऐसे में उनके भीतर इमेजिनेशन की कमी, क्रिएटिव थिकिंग, पैशन, फिलॉसफी ऑफ एजुकेशन आदि खत्म हो चुका है, लेकिन नई शिक्षा नीति में इन सभी पर काम किया जाएगा.
भारत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की आवश्यकता है और बेहतर शिक्षा प्रदान करने वाले संस्थानों को स्वायत्तता की आवश्यकता है. उन्होंने आज अपने भाषण के दौरान पूर्व राष्ट्रपति और ‘मिसाइलमैन’ एपीजे अब्दुल कलाम को याद किया और कहा कि वे गुणवत्तापूर्ण मानव बनाने के लिए शिक्षा प्रदान करने के अपने सपने को पूरा करने की कोशिश करेंगे.
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