आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में मूल याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली से अनुरोध किया है कि वे भारत में ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का संचालन कराएं, न कि यूएई में। आदित्य वर्मा का मानना है कि यूएई भी महामारी से सुरक्षित नहीं है। आइपीएल के 13वें सीजन की शुरुआत 19 सितंबर से यूएई में होनी है, जिसके लिए बीसीसीआइ को केंद्र सरकार से मंजूरी मिलनी बाकी है। उधर, बोर्ड अध्यक्ष गांगुली को लिखे पत्र में वर्मा ने बताया कि आइपीएल का आयोजन भारत में क्यों किया जाना चाहिए।
आदित्य वर्मा ने पीटीआइ को बताया, “दुबई रग्बी सेवन्स यूएई का एक बड़ा इवेंट है और उन्होंने इसे स्थगित कर दिया है, जो कि नवंबर में आयोजित किया जाना था। ऐसे में हम आइपीएल को यूएई कैसे ले जा सकते हैं। मैंने दादा (गांगुली) को लिखा है और उनसे भारत में आइपीएल कराने का अनुरोध किया है।” भारत में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या 5 लाख से अधिक और मरने वालों की संख्या 36 हजार से ज्यादा है। इसी पर जोर देकर आदित्य वर्मा ने कहा है कि मुंबई जैसे शहर में बायो-बबल बनाना यूएई के तीन अलग-अलग शहरों में बनाने से कहीं अधिक आसान होगा।
वर्मा ने सुझाव दिया है, “वे कम से कम मुंबई में इसे करने की पूरी कोशिश कर सकते हैं।” जब उनसे कहा गया कि विदेशी खिलाड़ी भारत की तुलना में दुबई की यात्रा करना पसंद करेंगे, जहां मामलों की संख्या एक लाख से कम है, तो उन्होंने कहा कि बीसीसीआइ इसे भारतीय खिलाड़ियों से भरा लीग बनाने के बारे में क्यों नहीं सोचती? बिहार क्रिकेट संघ के सचिव ने कहा, “हमारे पास 60 से अधिक विदेशी खिलाड़ी हैं। अगर वे आने के इच्छुक नहीं हैं, तो हम उन्हें भारतीय खिलाड़ियों से बदल सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “भारत में आइपीएल आम जनता के मूड को ऊपर उठाने में मदद करेगा जो पहले से ही COVID-19 से तनावग्रस्त हैं। अगर हम इस समय में भारत में एक सफल आइपीएल करा सकते हैं, तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी।”