हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तारी वारंट पर अमेरिका ने गहरी चिंता व्यक्त की है। शुक्रवार को अमेरिका के विदेश मामलों की समिति ने कहा है कि यह कार्रवाई चीन को कमजोर करती है। चीन का यह कदम उसको अंतरराष्ट्रीय दायित्वों से अलग करता है। चीन की यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय जगत में उसकी विश्वसनीयता को कमजोर करेगी।
लोकतंत्र और कानून के शासन के लिए खड़े लोगों को चुप करा रहा है चीन
विदेशी मामलों की समिति के अध्यक्ष इलियट एल एंगेल और सीनेटर बॉब मेनेंडेज ने अपने एक संयुक्त बयान में कहा कि हांगकांग की ताजा गिरफ्तारी वारंट की घोषणा से हम चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तारी वारंट में कई प्रसिद्ध लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता भी शामिल हैं। इसमें से कई कार्यकर्ता दशकों से संयुक्त राज्य अमेरिका के नागरिक हैं। उन्होंने कहा कि चीन की यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उसकी छवि को ठेस पहुंचाएगी। चीन अंतरराष्ट्रीय कानूनों और नियमों का उल्लंघन कर रहा है। वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक जिम्मेदार नियम निर्धारक सदस्य के रूप में अपनी विश्वनीयता को खो कर रहा है। संयुक्त बयान में जोर देकर कहा गया कि अगर बीजिंग को लगता है कि यह प्रयास स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानवाधिकारों और कानून के शासन के लिए खड़े लोगों को चुप कर देगा, तो यह गलत है। उन्होंने कहा कि आज हम सभी हांगकांग ही हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत हांगकांग पुलिस ने जारी किया वारंट
गौरतलब है कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत हांगकांग पुलिस एक्टिविस्ट नाथन लॉ क्वान-चुंग और पूर्व ब्रिटिश वाणिज्य दूतावास के कर्मचारी साइमन चेंग मैन-किट सहित छह लोगों की तलाश कर रही है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने एक पुलिस सूत्र का हवाला देते हुए बताया कि लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता रे वोंग तुई-तुंग और लाउ होंग वर्तमान में ब्रिटेन में रह रहे हैं। पुलिस ने उन पर विदेशी ताकतों के साथ मिलीभगत और अलगाव के उकसाने का आरोप लगाया गया है। पुलिस के मुताबिक उनका यह कृत्य राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालता है। इसलिए वह राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के दायरे में आते हैं। इसके तहत अमेरिका में रह रहे हांगकांग डेमोक्रेसी काउंसिल के सैमुअल चू और वेन चान का-कुई को भी संदिग्ध के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
कई देशों ने हांगकांग से प्रत्यर्पण समझौते को निलंबित किया
विवादास्पद सुरक्षा कानून लागू करने के चक्कर में कई देशों ने हांगकांग के साथ अपने प्रत्यर्पण समझौते को निलंबित कर दिया है। जर्मनी ने हांगकांग के साथ अपनी प्रत्यर्पण संधि को निलंबित करने का फैसला किया है। विवादास्पद नए सुरक्षा कानून के विरोध में तीन देशों द्वारा समान निर्णय की घोषणा के बाद चीन ने पहले कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के साथ हांगकांग के प्रत्यर्पण संधियों को स्थगित करने की घोषणा की।