दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 15,933 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. कंपनी ने एजीआर बकाए का भुगतान करने के लिए प्रोविजनिंग किया है.
इसलिए उसे इतना बड़ा घाटा हुआ है. ऐसे में बाजार में एयरटेल के शेयर में उतार—चढ़ाव का माहौल रहा कारोबार के अंत में एयरटेल के शेयर 2.38 फीसदी या 552.85 रुपये के भाव पर बंद हुए
आपको बता दें कि एयरटेल समेत देश की सभी दिग्गज टेलीकॉम कंपनियों पर एडजस्ट ग्रॉस रेवेन्यू यानी एजीआर बकाया है. ये बकाया संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (DoT) का है. एजीआर में मुख्य तौर पर यूजेज और लाइसेंसिग फीस शामिल होते हैं.
पहली तिमाही के दौरान दूरसंचार कंपनी की आय 15.4 प्रतिशत बढ़कर 23,939 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. एयरटेल ने बयान में कहा कि आकस्मिक खर्च को हटा दिया जाए, तो इसे पहली तिमाही में 436 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ है.
इसको जोड़ने के बाद उसका एकीकृत शुद्ध घाटा 15,933 करोड़ रुपये बैठता है. कंपनी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने एजीआर के भुगतान की अवधि पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है.
कंपनी ने कहा कि इसी के मद्देनजर उसने तिमाही के दौरान 10,744.4 करोड़ रुपये का बढ़ा हुआ प्रावधान किया है.
शुरुआती कारोबार में भारतीय शेयर बाजार में बढ़त दर्ज की गई. लेकिन कारोबार के अंत में शेयर बाजार में बिकवाली का माहौल रहा. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 335 अंक या 0.88 फीसदी लुढ़क कर 37,736.07 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी की बात करें तो 100 अंक की गिरावट के साथ 11,102 अंक पर रहा.