येस बैंक लोन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बैंक के पूर्व प्रमुख राणा कपूर और DHFL के प्रमोटर्स कपिल वधावन और धीरज वधावन की 2400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की है.इसमें राणा कपूर की 1000 करोड़ रुपये और वधावन बंधुओं की 1400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी शामिल है.
राणा कपूर के दिल्ली के पॉश इलाके अमृता शेरगिल मार्ग पर स्थित बंगले को भी कुर्क किया गया है. इसके अलावा मुंबई के पेडर रोड और लंदन एवं न्यूयॉर्क में स्थित कई प्रॉपर्टी को भी प्रवर्तन निदेशालय ने अटैच किया है.वधावन बंधुओं की अटैच प्रॉपर्टी में 12 अपार्टमेंट, पुणे में जमीन, लंदन, आस्ट्रेलिया और न्यूयॉर्क में प्रॉपर्टी शामिल है.
ED की ओर से येस बैंक मामले में दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (DHFL) की भूमिका की जांच की जा रही है. इसमें 3700 करोड़ का लेनदेन जांच के दायरे में है. जांच एजेंसियों का आरोप है कि DHFL ने येस बैंक से कर्ज लेने के लिए बैंक के संस्थापक राणा कपूर के परिवार की कंपनियों को 600 करोड़ रुपये घूस में दिए.
सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार घोटाला अप्रैल और जून, 2018 के बीच शुरू हुआ, जब येस बैंक ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) के शॉर्ट टर्म डिबेंचर में 3,700 करोड़ रुपये का निवेश किया था.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने येस बैंक केस में पूछताछ के लिए DHFL के प्रमोटर्स धीरज वधावन और कपिल वधावन को समन किया था लेकिन दोनों ने देश में कोरोना वायरस फैला होने का हवाला देकर पेश होने से इनकार कर दिया. जांच एजेंसी को दिए लिखित जवाब में दोनों प्रमोटर्स ने कहा कि देश के मौजूदा हालात में स्वास्थ्य प्राथमिकता है.
आरोपों पर DHFL के प्रमोटर्स ने ED को भेजी चिट्ठी में कहा था, ‘राणा कपूर को घूस देना बताना गलत है. जहां तक कर्ज का सवाल है तो ये 6 अचल संपत्तियों की ज़मानत मिलने के बाद दिए गए और इन संपत्तियों को गिरवी के तौर पर लिया गया. ऐसी जमानत में जोखिम कवर करने के लिए राधा कपूर (राणा कपूर की बेटी) की निजी गारंटी भी ली गई. उस वक्त राधा कपूर की संपत्ति 1400 करोड़ रुपये से ज्यादा थी.’
कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच भी अप्रैल में लॉकडाउन को धता बता रहे कपिल और धीरज वधावन समेत 23 लोगों को महाबलेश्वर से महाराष्ट्र पुलिस ने हिरासत में लिया था. राणा कपूर पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे.