पतंजलि आयुर्वेद, देश के सबसे बड़े केंद्रीय अर्धसैनिक बल ‘सीआरपीएफ’ के शहीदों के आश्रितों को नौकरी देगा। आश्रितों को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी मिलेगी। मसलन, कोई आवेदक प्रबंधन, तकनीक, सिक्योरिटी, इलेक्ट्रिकल यूनिट, मेडिसन, ट्रांसपोर्ट, मार्केट, निवेश या पतंजलि आयुर्वेद के किसी दूसरे क्षेत्र में जॉब के लिए कदम आगे बढ़ा सकता है।
नौकरी के लिए इच्छुक आवेदकों को सीआरपीएफ के डीआईजी (वेलफेयर) की ईमेल digwel@crpf.gov.in पर अपना आवेदन भेजना होगा। बता दें कि पतंजलि आयुर्वेद के प्रमोटर एवं योगगुरु रामदेव ‘सीआरपीएफ’ के सुरक्षा घेरे में चलते हैं।
सीआरपीएफ के एक अधिकारी के अनुसार, पतंजलि आयुर्वेद ने शहीदों के परिजनों की मदद करने के लिए आगे कदम बढ़ाया है।
जम्मू-कश्मीर, नक्सल, नॉर्थ ईस्ट और देश के दूसरे हिस्सों में अपने फर्ज के लिए जान देने वाले कर्मियों के परिजनों की मदद के लिए केंद्र व राज्य सरकारें भी आगे आती रही हैं। कई राज्यों में शहीदों के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की जाती है।
नौकरी के इच्छुक आवेदकों को हर सूरत में अपना आवेदन 15 जुलाई से पहले भेजना होगा। इसके बाद सभी आवेदकों के फॉर्म पतंजलि आयुर्वेद को भेज दिए जाएंगे। वहां से जल्द ही आवेदकों के पास साक्षात्कार का बुलावा आ जाएगा।
चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पतंजलि आयुर्वेद आवेदक व सीआरपीएफ मुख्यालय को सूचित करेगा। पतंजलि आयुर्वेद के प्रमोटर योगगुरु रामदेव ने हाल ही में घोषणा की है कि अगले वित्तीय वर्ष में कंपनी का टर्नओवर 35 हजार करोड़ रुपए से 40 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा।
इतना ही नहीं, रामदेव ने अगले पांच साल के लिए कंपनी के कारोबार की रफ्तार का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया है। उन्होंने कहा है कि पांच साल में पतंजलि आयुर्वेद का टर्नओवर 50 हजार करोड़ रुपये से एक लाख करोड़ रुपए तक पहुंचेगा।
इसके बाद पतंजलि आयुर्वेद, हिंदुस्तान यूनीलीवर को पीछे छोड़ एफएमसीजी सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी का दर्जा हासिल कर लेगी।
पतंजलि ने रुचि सोया को 4,350 करोड़ रुपए में खरीदा है। रामदेव का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में पतंजलि का टर्नओवर 25,000 करोड़ रुपए के आसपास रहने की उम्मीद है।
इस टर्नओवर में पतंजलि ग्रुप की पहले से संचालित कंपनियों का योगदान 12 हजार करोड़ रुपए का रहेगा। इसके साथ ही रुचि सोया का योगदान 13,000 करोड़ रुपए हो सकता है। बता दें कि पतंजलि आयुर्वेद ने दिवालिया प्रक्रिया के तहत रुचि सोया को 4,350 करोड़ रुपए में खरीदा है। इस कंपनी के अधिगृहण के बाद पंतजलि आयुर्वेद का कारोबारी मुनाफा तीन गुना तक बढ़ सकता है।