लखनऊ में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए यूपी सरकार के स्वास्थ्यकर्मी 5 जुलाई से लोगों के घर-घर पहुंचेंगे और स्क्रीनिंग करेंगे. लखनऊ में इस काम के लिए 2000 टीमों का गठन किया गया है.
उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण पर ब्रेक लगाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है. इसके तहत 5 जुलाई से लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर पहुंचेगी और कोरोना के संभावित मरीजों का पता लगाएगी.
स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए 2000 टीमों का गठन किया है. इस टीम में एक्सपर्ट भी मौजूद रहेंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने को भी कहा है. इस वक्त यूपी में लगभग 26 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं, इसे बढ़ाकर 30 हजार करने को कहा गया है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की चपेट में अबतक 24 हजार 56 लोग आ चुके हैं. इनमें से 16629 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं, राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 6709 है, जबकि 718 लोगों की मौत इलाज के दौरान हो चुकी है.
इस बीच दिल्ली-एनसीआर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है.
बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल होंगे. बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिय शाम 4.30 बजे होगी. बता दें कि ये तीनों ही राज्य एक दूसरे से सटे हुए हैं.
तीनों ही राज्य के निवासी एक दूसरे की सीमा में बेरोक-टोक प्रवेश करते रहते हैं. इस वजह से कोरोना वायरस का एक राज्य से दूसरे राज्य में संक्रमण आसान हो जाता है.
इस बीच देश में कोरोना से पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गुरुवार तक देश भर में कोरोना पीड़ितों की संख्या 6,04,641 हो गई है.