कोरोना वायरस के महासंकट से जूझ रहे देश में इस वक्त बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है. चीन और नेपाल बॉर्डर पर लगातार हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, इस बीच बुधवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस मसले पर बयान दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी के भारत को कोई भी आंख नहीं दिखा सकता.
कोरोना वायरस के संकट और राहुल गांधी के द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसी दौरान चीन और नेपाल के संकट पर सवाल पूछा गया, उस वक्त रविशंकर प्रसाद ने ये जवाब दिया.
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत से ही लद्दाख में चीनी सैनिक और भारतीय सैनिक आमने-सामने हैं, चीन की ओर से लगातार सैनिकों की संख्या बढ़ाने और बेस बनाने की खबरें आ रही हैं. ऐसे में भारत भी पूरी तरह से मुस्तैद है.
बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मसले पर प्रधानमंत्री कार्यालय में चर्चा की थी. पीएम मोदी ने मंगलवार को लद्दाख मामले पर पूरी रिपोर्ट ली, इसके अलावा तीनों सेना के प्रमुखों से विकल्प सुझाने के लिए कहा गया.
इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद रहे, इस दौरान सेना प्रमुखों, सीडीएस से इस मसले पर ब्लू प्रिंट मांगा गया है.
पीएम मोदी की बैठक से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मसले पर बैठक की थी और ये फैसला हुआ था कि भारत लद्दाख बॉर्डर पर अपनी सड़क का निर्माण नहीं रोकेगा.
6-7 मई को चीन और भारत के सैनिकों की सीमा की निगरानी के दौरान पेंग्योंग लेक इलाके में झड़प भी हुई थी. इसके बाद से पूर्वी लद्दाख की सीमा पर लगातार तनाव बना हुआ है.
वहीं दूसरी ओर नेपाल बॉर्डर पर एक सड़क उद्घाटन के बाद से ही नेपाली सरकार बयानबाजी कर रही है, जबकि अपने एक नक्शे में नेपाल ने उत्तराखंड का कुछ हिस्सा अपने में शामिल किया.