लॉकडाउन की वजह से पिछले दो महीने से पूरी दुनिया में क्रिकेट टूर्नामेंट्स का आयोजन नहीं हो रहा है. हालांकि क्रिकेटर्स सोशल मीडिया के जरिए खेल से जुड़े हुए मुद्दों के बारे में खुलकर बात कर रहे हैं.
क्रिकेट के मैदान पर करीब एक साल से कदम नहीं रखने वाले टीम इंडिया के पूर्व कप्तान धोनी देश ही नहीं विदेश के क्रिकेटर्स के बीच भी चर्चा का विषय बने हुए हैं.
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान और सीएसके में माही के साथ डु प्लेसिस ने धोनी को बेस्ट कप्तान रेट किया है. डु प्लेसिस का मानना है कि धोनी की सबसे बड़ी ताकत मैदान की स्थितियों को बेहतरीन तरीके से जज करना है.
डु प्लेसिस ने इंस्टाग्राम पर तमीम इकबाल से बात करते हुए कहा, ”धोनी दूसरे खिलाड़ियों को लेकर गजब की समझ रखते हैं.
धोनी इस समझ का इस्तेमाल मैदान पर फैसले लेते हुए हैं. धोनी का अनुभव काफी ज्यादा है और इसकी वजह से मैदान की स्थितियां समझने में उन्हें फायदा होता है. मैदान पर धोनी की यही सबसे बड़ी ताकत है.”
डु प्लेसिस करीब एक दशक से सीएसके के लिए धोनी की अगुवाई में खेल रहे हैं. उन्होंने कहा, ”धोनी की कप्तानी को देखना मेरे लिए पूरी तरह से अलग अनुभव था.
मेरी राय थी कि टीम मीटिंग में कप्तान को बोलते रहना चाहिए, लेकिन धोनी इस मामले में भी दूसरों से पूरी तरह से अलग हैं.”
डु प्लेसिस ने कहा है कि धोनी टीम मीटिंग में ज्यादा विश्वास नहीं करते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि धोनी अपने अनुभव के आधार पर ही मैदान पर सही फैसले ले लेते हैं. डु प्लेसिस ने धोनी को बेस्ट फिनिशर रेट करते हुए कहा है कि उनका कोई मुकाबला नहीं किया जा सकता है.
अगर हालात सामान्य होते तो इस वक्त डु प्लेसिस एक बार फिर से माही की अगुवाई में आईपीएल खेल रहे होते. लेकिन आईपीएल के अनिश्चिकात तक टलने की वजह से माही का भविष्य भी सवालों के घेरे में आ गया है.
ऐसे कयास थे कि आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर धोनी टीम इंडिया में वापसी कर सकते हैं. हालांकि अब धोनी की वापसी की संभावना काफी हद तक खत्म हो चुकी है.
अगर लंबे समय तक क्रिकेट का आयोजन नहीं होता है तो फिर धोनी की टीम इंडिया में वापसी लगभग नामुमकिन होगी.