प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना त्रासदी और लॉकडाउन के मसले पर देश को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि देश में 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी. हालांकि पीएम मोदी ने ये भी कहा कि 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा. जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है. जाहिर है पीएम मोदी की ये घोषणा बिहार जैसे राज्यों के लिए एक उम्मीद जगाती है. दरअसल इसके पीछे वजह ये है कि बिहार के 29 जिलों में कोरोना का एक भी पेशेंट नहीं है.
66 कोरोना संक्रमितों में 29 ठीक हुए
बता दें कि कोरोना को मात देने के लिहाज से बिहार के लिए सोमवार को एक और अच्छी खबर आई कि प्रदेश के लोगों ने कोरोना को पराजित करने के मामले में 15 राज्यों को पीछे छोड़ दिया है और बिहार दूसरे स्थान पर है. दरअसल मुंगेर और पटना में कोरोना के सभी मरीज ठीक हो चुके हैं और वे अपने-अपने घर वापस चले गए हैं और मंगलवार की सुबह 10 बजे तक ठीक होने वााले मरीजों की संख्या 29 है. जबकि कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 66 है.
हालांकि बिहार के सिवान जिले में कोरोना के संक्रमित मरीज सबसे अधिक मिले हैं क्योंकि यहां का एक युवक ओमान से कोरोना संक्रमित होकर लौट था जिसकी वजह से उसके गांव और परिवार के लोग संक्रमित हुए हैं. यहां कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 29 पहुंच गई जिसमें से छह ठीक हो गए हैं. वहीं बेगूसराय में मरीजों की संख्या अब 9 हो गई है. हालांकि इनमें से एक मरीज ठीक हो चुका है.
इन जिलों में भी ठीक हो रहे मरीज
गौरतलब है कि मुंगेर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सात थी, जिनमें छह ठीक हो गए तो एक की मौत हो गई. पटना के सभी पांच मरीज अब स्वस्थ हैं और अपने घरों में क्वारेंटाइन हैं. इसके साथ ही गया के पांच में तीन मरीज ठीक हो चुके हैं. गोपालगंज के सभी तीन मरीज ठीक हो चुके हैं.
नवादा में भी तीन मरीजों में से दो ठीक हो गए हैं तो जबकि नालंदा में पहले जो दो मरीज मिले थे,दोनों मरीज ठीक हो चुके हैं हालांकि सोमवार को तीसरा नया मरीज मिलने से चिंता जरूर बढ़ी है. सारण, भागलपुर और लखीसराय में एक-एक मरीज पाए गए, जाे ठीक हो चुके हैं.
बिहार में प्रमंडलवार स्थिति इस प्रकार है-
1. भागलपुर प्रमंडल – भागलपुर में एक मरीज संक्रमित है, लेकिन बांका में एक भी नहीं.
2. मुंगेर प्रमंडल – मुंगेर में सात मरीज पाए गए थे, लेकिन छह ठीक हो गए जबकि एक की मौत हो गई थी. वहीं जमुई, खगड़िया, शेखपुरा में एक भी कोरोना मरीज नहीं है. हालांकि लखीसराय में एक मरीज पाया गया था.
3. तिरहुत प्रमंडल – मुख्यालय मुजफ्फरपुर है और इसके अंतर्गत आने वाले पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली(हाजीपुर) में एक भी कोरोना का मरीज नहीं पाया गया है.
4. सारण प्रमंडल – सारण प्रमंडल फिलहाल सबसे अधिक प्रभावित है और इसके तीन जिलों में सीवान में 29, गोपालगंज में तीन और सारण में एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
5. दरभंगा प्रमंडल – दरभंगा में इसके अंतर्गत चार जिलों दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर में कोरोना का एक भी मरीज नहीं है, लेकिन बेगूसराय में 9 मरीज पाए जा चुके हैं.
6. पटना प्रमंडल – पटना के अंतर्गत आने वाले जिलों में पटना और नालंदा में कोरोना के मरीज पाए गए हैं, जबकि भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास में एक भी मरीज नहीं मिला है.
7. कोसी प्रमंडल – इसका मुख्यालय सहरसा में है इसके अंतर्गत तीन जिले-सहरसा, मधेपुरा, और सुपौल में एक भी मरीज नहीं है.
8. मगध प्रमंडल – इसका मुख्यालय गया में है इसके अंतर्गत आने वाले जिलों के नाम गया और नवादा में मरीज मिले हैं पर अरवल, औरंगाबाद ,जहानाबाद में एक भी मरीज कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है.