येस बैंक को संभालने की सरकार की कोशिशों के तेज होने के बाद उसे रेटिंग एजेंसी मूडीज से भी राहत मिली है. मूडीज ने बैंक के आउटलुक में बदलाव करते हुए इसे पॉजिटिव कर दिया है.
रिजर्व बैंक द्वारा तैयार पुनर्गठन योजना के तहत कई बैंकों द्वारा येस बैंक हिस्सा खरीदने के प्लान को देखते हुए मूडीज ने रेटिंग में यह बदलाव किया है.
गौरतलब है कि YES Bank के जमाकर्ताओं के लिए तय निकासी सीमा को भी 18 मार्च से खत्म किया जा रहा है. सितंबर 2019 से अब तक येस बैंक की जमा राशि में करीब 34 फीसदी की गिरावट आई है. इसके पहले 6 मार्च को मूडीज ने येस बैंक की रेटिंग घटा दी थी.
मूडीज इनवेस्टर सर्विसेज ने सोमवार को येस बैंक के लॉन्ग टर्म फॉरेन करेंसी इश्यूअर और फॉरेन करेंसी सीनियर अनसेक्योर्ड एमटीएन प्रोग्राम की रेटिंग बढ़ाकर क्रमश: ‘सीएए1’ से ‘सीएए 3’ और (पी) सीएए 3 से (पी) सीएए 1 कर दी.
मूडीज ने बैंक के बारे में आउटलुक को पॉजिटिव इस उम्मीद में किया है कि अब बैंक की वित्तीय दशा सुधरेगी क्योंकि इसे भारत सरकार से असाधारण सहयोग मिल रहा है. इस असाधारण सहयोग की बदौलत बैंक अपने जमा आधार में बढ़ोतरी कर सकेगा.
गौरतलब है कि इसके पहले 6 मार्च को मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने शुक्रवार (6 मार्च) को येस बैंक लिमिटेड की रेटिंग को घटा दिया था. रिजर्व बैंक द्वारा येस बैंक को देनदारियों का भुगतान करने से 30 दिन के लिए रोके जाने के बाद रेटिंग में यह कमी की गई.
मूडीज ने येस बैंक लिमिटेड की दीर्घकालिक विदेशी मुद्रा जारीकर्ता रेटिंग को बी2 से घटाकर सीएए3 कर दिया था और बैंक की दीर्घकालिक विदेशी और स्थानीय मुद्रा बैंक जमा रेटिंग को भी घटा दिया था.
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि येस बैंक के ग्राहकों को राहत देने के लिए बड़ी तेजी से काम किया जा रहा है. बुधवार से येस बैंक से पैसा निकालने के लिए लगाई गई रोक हटा दी जाएगी. यानी ग्राहकों अपने खातों से 50 हजार रुपये से ज्यादा निकाल पाएंगे. ये पाबंदी बुधवार यानी 18 मार्च की शाम 6 बजे खत्म हो जाएगी.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि येस बैंक में डिपॉजिट करने वाले ग्राहकों के पैसे बिल्कुल सुरक्षित है, उन्हें किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है. येस बैंक का नया बोर्ड 26 मार्च से कामकाज संभालेगा.
येस बैंक को संकट से उबारने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई ने 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया है. इसमें 26 फीसदी शेयर में 3 साल का लॉक इन है. यानी एक बार खरीदने के बाद 3 साल तक के लिए इन शेयरों को नहीं बेचा जा सकेगा.
इसके अलावा निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक भी येस बैंक में 600 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. वहीं हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी ने 1,000 करोड़ रुपये और कोटक महिंद्रा बैंक ने 500 करोड़ रुपये की पूंजी निवेश करने का ऐलान किया है. इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक भी येस बैंक के 100 करोड़ शेयरों के अधिग्रहण के लिए उसमें 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.