इराक की राजधानी बगदाद के पास एक अमेरिकी सैन्य ठिकाने को रॉकेट से फिर निशाना बनाया गया। इसमें किसी के हताहत होने की अभी खबर नहीं है। चार दिन पहले भी उत्तरी बगदाद स्थित ताजी एयरबेस पर रॉकेट दागे गए थे।
इसमें दो अमेरिकी और एक ब्रिटिश सैनिक की मौत हुई थी और 12 अन्य घायल हो गए थे। इस अड्डे में अमेरिका और गठबंधन सेना के सैनिकों ने अपना ठिकाना बना रखा है। इन हमलों के पीछे ईरान समर्थित विद्रोहियों का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है।
इराकी सुरक्षा अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि ताजी एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा रॉकेट दागे गए। इनमें से कुछ परिसर में आवासीय क्षेत्र पर गिरे। जबकि कुछ रॉकेट इराकी बलों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे एक रनवे पर आकर गिरे।
इस सैन्य अड्डे पर गत बुधवार को 18 रॉकेट दागे गए थे। इस हमले के जवाब में अमेरिका ने इराक में ईरान समर्थित शिया विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले किए थे।
अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया था कि इराक में अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने पांच स्थानों और मुख्य रूप से कताइब हिजबुल्ला के हथियार भंडारण ठिकानों को निशाना बनाया। ज्यादातर हमले बगदाद के आसपास के इलाकों में किए गए थे।
शनिवार सुबह इराक की ताजी मिलिट्री बेस के भीतर दना-दन रॉकेट बरसाए गए। एक सप्ताह में इस बेेेस पर यह दूसरा हमला है। बेस के भीतर मौजूद इराकी कर्नल ने रॉयटर्स को बताया कि उन्हें कम से कम 10 रॉकेट हमलों के आवाज सुनाई दी।
बुधवार को भी इसी तरह का हमला ताजी पर हुआ था जिसमें दो अमेरिकी व एक ब्रिटिश सैनिक की मौत हो गई थी। वाशिंगटन ने गुरुवार को जवाबी हमला किया जिसमें 6 इराकी सैनिक मारे गए थे।
अमेरिका ने ईरान समर्थित कतायब हिजबुल्ला (Kataib Hezbollah) पर बुधवार के हमले का आरोप लगाया। इराक ने शुक्रवार को अमेरिकी हवाई हमले की निंदा की और इसे संप्रप्रुता का उल्लंघन बताया। लंबे समय से जारी अमेरिका और ईरान के बीच जंग अब इराक की जमीन पर जारी है।