केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि एक करोड़ से अधिक आबादी वाले शहरों में महिलाओं के लिए विशेष पिंक बसें चलाने पर विचार किया जा सकता है।
गडकरी ने लोकसभा में सार्वजनिक सड़क परिवहन में महिलाओं के लिए सुरक्षा के संबंध में मीनाक्षी लेखी के पूरक प्रश्नों के उत्तर में कहा कि उत्तर प्रदेश में पिंक बसें शुरू की गई हैं और सफलतापूर्वक चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि एक करोड़ से अधिक आबादी वाले शहरों में पिंक बसें चलाई जा सकती हैं जिनमें चालक और परिचालक महिलाएं होती हैं। गडकरी ने कहा कि इस संबंध में महिला और बाल विकास मंत्रालय से अनुमति की जरूरत होगी और उससे बात करके इस दिशा में आगे काम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक परिवहन की बसों में पैनिक बटन और कैमरे लगाने के प्रावधान हैं। निर्माताओं को इसके निर्देश दिए गए हैं और अब जो बसें आएंगी, उनमें पैनिक बटन और कैमरे लगे होंगे।
गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने सभी राज्यों को इस संबंध में परामर्श जारी कर दिया है कि बिजली से चलने वाले दोपहिया और तीन पहिया वाहनों को परमिट से छूट दी जाए ताकि उनका इस्तेमाल महिलाएं सार्वजनिक परिवहन के तौर पर कर सकें। उन्होंने कहा, ‘महिलाएं इन इलेक्ट्रिक दो पहिया और तिपहिया वाहनों का इस्तेमाल कर सकती हैं और रोजगार सृजन भी हो सकता है।’