Anganwadi Employee. गुजरात सरकार ने बजट में किए गए वादे को पूरा करते हुए शुक्रवार को राज्य की 53 हजार से अधिक आंगनबाड़ी में काम करने वाली कर्मचारियों के वेतन में 300 से 600 रुपये की बढ़ोतरी की है। आंगनबाड़ी वर्कर लंबे समय से वेतन बढ़ोतरी की मांग कर रही थीं।
उपमुख्यमंत्री व वित्तमंत्री नितिन पटेल ने शुक्रवार को विधानसभा के नियम 44 के तहत सदन में घोषणा करते हुए बताया कि राज्य की आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी का फैसला किया गया है। आंगनबाड़ी में काम कर रही 50 हजार से अधिक महिला कर्मचारियों को अब 7800 रुपये मासिक मानद वेतन मिलेगा पहले उन्हें 7200 रुपये मिला करते थे। सरकार ने 600 रुपये प्रतिमाह की बढ़ोतरी की है। इसके अलावा मिनी आंगनबाड़ी में काम करने वाली कर्मचारियों के वेतन में 300 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। अब उन्हें मासिक 4400 रुपये मिलेंगे।
सरकार ने घोषणा की है कि इससे राज्य की 53 हजार से अधिक आंगनबाड़ी कर्मचारियों को लाभ होगा। सरकार ने वेतन बढ़ोतरी को मार्च, 2019 से लागू करने की घोषणा की है। एक साल के एरियर का सरकार तीन किश्त में भुगतान करेगी। सरकार की तिजोरी पर इस वेतन बढ़ोतरी से 112 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आएगा।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की आंगनबाड़ियों में 53 हजार 29 महिला कर्मचारी कार्यरत हैं। राज्य के करीब 33 लाख बच्चे आंगनबाड़ी में पढ़ने के लिए जाते हैं। महिलाओं व बालकों के सर्वांगी विकास के लिए आंगनबाड़ी कर्मचारी कार्य करती हैं। छह वर्ष तक के बच्चों को यहां प्राथमिक शिक्षा व पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए जाते हैं। आंगनबाड़ी कर्मचारी अपने इलाकों में सगर्भा महिलाओं व अन्य जरूरतमंद महिलाओं को पोषक पदार्थ उपलब्ध कराकर उनका स्वास्थ्य व जीवन स्तर में सुधार के भी प्रयास करती हैं। आंगनबाड़ी में काम करने वाली बहनों के संगठन की ओर से मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, महिला बाल कल्याण कैबिनेट मंत्री गणपत सिंह वसावा, महिला व बाल कल्याण राज्यमंत्री विभावरी बेन दवे के समक्ष वेतन बढ़ोतरी की मांग की थी, सरकार की तिजोरी पर सालाना 56 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। आंगनबाड़ी वर्कर लंबे समय से वेतन बढ़ोतरी की मांग कर रही थी।
उपमुख्यमंत्री व वित्तमंत्री नितिन पटेल ने शुक्रवार को विधानसभा के नियम 44 के तहत सदन में घोषणा करते हुए बताया कि राज्य की आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी का फैसला किया गया है। आंगनबाड़ी में काम कर रही 50 हजार से अधिक महिला कर्मचारियों को अब 7800 रुपये मासिक मानद वेतन मिलेगा। पहले उन्हें 7200 रुपये मिला करते थे। सरकार ने 600 रुपये प्रतिमाह की बढ़ोतरी की है। इसके अलावा मिनी आंगनबाड़ी में काम करने वाली कर्मचारियों के वेतन में 300 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। अब उन्हें मासिक 4400 रुपये मिलेंगे।
सरकार ने घोषणा की है कि इससे राज्य की 53 हजार से अधिक आंगनबाड़ी कर्मचारियों को लाभ होगा। सरकार ने वेतन बढ़ोतरी को मार्च, 2019 से लागू करने की घोषणा की है। एक साल के एरियर का सरकार तीन किश्त में भुगतान करेगी। सरकार की तिजोरी पर इस वेतन बढ़ोतरी से 112 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आएगा।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की आंगनबाड़ियों में 53 हजार 29 महिला कर्मचारी कार्यरत हैं। राज्य के करीब 33 लाख बच्चे आंगनबाड़ी में पढ़ने के लिए जाते हैं। महिलाओं व बालकों के सर्वांगी विकास के लिए आंगनबाड़ी कर्मचारी कार्य करती हैं। छह वर्ष तक के बच्चों को यहां प्राथमिक शिक्षा व पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए जाते हैं। आंगनबाड़ी कर्मचारी अपने इलाकों में सगर्भा महिलाओं व अन्य जरूरतमंद महिलाओं को पोषक पदार्थ उपलब्ध कराकर उनका स्वास्थ्य व जीवन स्तर में सुधार के भी प्रयास करती हैं। आंगनबाड़ी में काम करने वाली बहनों के संगठन की ओर से मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, महिला बाल कल्याण कैबिनेट मंत्री गणपत सिंह वसावा, महिला व बाल कल्याण राज्यमंत्री विभावरी बेन दवे के समक्ष वेतन बढ़ोतरी की मांग की थी। सरकार की तिजोरी पर सालाना 56 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा।