सौराष्ट्र की टीम ने एक बेहद ही रोमांचक मुकाबले में गुजरात को हराकर लगातार तीसरी बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह पक्की कर ली है। सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट दूसरी पारी में 7 विकेट लेकर टीम को 92 रन की रोमांचक जीत दिलाई। गुजरात को जीत के लिए 327 रन की जरूरत थी लेकिन दूसरी पारी में पूरी टीम 234 रन पर ऑलआउट हो गई।
सौराष्ट्र ने पहली पारी में 304 रन बनाए थे और गुजरात को 252 रन पर ऑलआउट कर 51 रन की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में 15 रन पर 5 विकेट गंवाने के बाद अर्पित वसावडा के 139 रन की पारी के दम पर सौराष्ट्र ने 274 रन का स्कोर खड़ा किया। गुजरात के सामने जीत के लिए 327 रन का लक्ष्य था जिसे हासिल करने में वो नाकाम रहे।
मैच के आखिरी दिन पहले दो सेशन में गुजरात की टीम ने शानदार बल्लेबाजी की और मैच को रोमांचक बना दिया। कप्तान पार्थिव पटेल ने 93 रन बनाए जबकि चिराग गांधी ने 96 रन की पारी खेली।
दूसरी पारी में दोनों ही बल्लेबाजों ने सौराष्ट्र के गेंदबाजों को जमकर परेशान किया। चाय काल के बाद 221 रन से स्कोर पर पार्थिव पटेल आउट हुए और फिर लगातार विकटों के गिरते चले गए।
पहले दिन के दो सेशन में पार्थिव और गांधी एक भी विकेट नहीं गिरने दिया लेकिन इसके बाद उनादकट ने एकदम से मैच पटल दिया। 66.2 गेंद पर उनादकट पार्थिव का आउट किया और अगली ही गेंद पर अक्षर पटेल को वापस भेजा। इन दो विकटों ने मैच का रुख सौराष्ट्र की तरफ मोड़ दिया।
पहली पारी में 3 विकेट हासिल करने वाली उनादकट ने दूसरी पारी में 7 विकेट झटकते हुए मैच पलट दिया। दूसरी पारी में 22.2 ओवर में सौराष्ट्र के कप्तान ने 56 रन दिए और 7 अहम विकेट हासिल किए। इस दौरान उन्होंने कुल 11 मेडन ओवर भी डाले।