उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक बेलगाम होते जा रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण भदोही के विधायक हैं, जिनपर बलात्कार का आरोप लगा और मुकदमा दर्ज किया गया.
विधायकों की करतूतों का असर उनके बेटों और रिश्तेदारो पर भी है. भदोही के मामले में विधायक समेत उनके बेटों और भतीजों पर मुकदमा दर्ज हुआ है. अब बलिया के विधायक सुरेंद्र सिंह के बेटे हजारी सिंह पर रेवेन्यू इंस्पेक्टर को मारने का आरोप लगा है.
आरोपों के मुताबिक, विधायक सुरेंद्र सिंह के बेटे हजारी सिंह ने रेवेन्यू इंस्पेक्टर राधेश्याम को इसलिए पीट दिया क्योंकि उन्होंने विधायक बेटे के कहने पर एक बूथ लेवल के ऑफिसर का ट्रांसफर नहीं किया था.
यह घटना बुधवार की है. इस मामले में आरोपी विधायक के बेटे का कहना है कि उसने कोई मारपीट नहीं की, जबकि तमाम लोग इस मामले में हजारी सिंह के खिलाफ ही गवाही दे रहे हैं.
मामला बढ़ता देख बलिया पुलिस प्रशासन ने विधायक के बेटे पर बवाल करने, नुकसान पहुंचाने, सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा पहुंचाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन अभी तक कोई पूछताछ और गिरफ्तारी नहीं हुई है.