उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में निर्भया के दादा और सीएमओ (चीफ मेडिकल ऑफिसर) के बीच बातचीत का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो पर बढ़ रहे हंगामे के बीच बलिया के डीएम श्रीहरि प्रताप शाही ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. वहीं निर्भया की मां आशा देवी ने इस घटना को लेकर सीएमओ के तत्काल निलंबन की मांग की है.
निर्भया की मां ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि गैंगरेप की घटना के सात साल बाद सीएमओ जैसा कोई अधिकारी मेरी बेटी को ही जिम्मेदार ठहरा रहा है. मैं स्वास्थ्य मंत्रालय से अनुरोध करूंगी की वो सीएमओ को तुरंत निलंबित करें. इतना ही नहीं उन्होंने जो कहा है उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. मैं दिल्ली से ही उनके (निर्भया के दादा) प्रदर्शन का समर्थन करती हूं.
बता दें, निर्भया के दादा अपने गांव में मेडिकल सेंटर पर डॉक्टर्स की नियुक्ति और मूलभूत सुविधा देने के लिए पिछले कुछ दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. ये उसी निर्भया के दादा हैं जिसके साथ दिल्ली में साल 2012 में गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था.
दरअसल जिस वीडियो की जांच कराने की बात कही गई है उसमें पीके मिश्रा और निर्भया के दादा के बीच की बातचीत है.
सीएमओ ग्रामीण से कह रहे हैं, ‘मेरी बात आप लोग सुनिए. यहां 17 साल पढ़ने वाले कोई हैं? जब गांव में किसी के पास 17 साल तक डॉक्टरी पढ़ने की ताकत नहीं है तो इस गांव में आप डॉक्टर की उम्मीद कैसे कर रहे हैं? वो कह रहे हैं कि यहां पर डॉक्टर्स के 204 पद हैं जबक मात्र 70 लोग कार्यरत हैं. तो जब पैदा नहीं हुए तो कहां से आएंगे? डॉक्टर का काम अस्पताल बनाना नहीं है, डॉक्टर का काम डॉक्टरी पढ़कर अस्पताल जाना है. पूरे गांव में एक डॉक्टर तो होंगे नहीं और बतिया रहे हैं बड़े-बड़े बात? आप गांव में डॉक्टर पैदा कीजिए बाहर से लाने की जरूरत ही नहीं है. मैंने अस्पताल नहीं बनाया है.’
इसपर निर्भया के दादा कहते हैं मैंने बनाया है. तो सीएमओ कहते हैं कि डॉक्टर भी बनाइए. सिर्फ अस्पताल बनाना जानते हैं. इसपर निर्भया के दादा कहते हैं वो डॉक्टर बनाएंगे और रखेंगे यहां पर.
सीएमओ कहते हैं तो बनाइए डॉक्टर और रखिए यहां पर. इसके जवाब में निर्भया के दादा कहते हैं मेरे एक डॉक्टर की जान तो ले ली. सीएमओ ने पूछा कौन सा डॉक्टर?जवाब में उन्होंने कहा निर्भया का नाम नहीं सुने हैं? सीएमओ कहते हैं दिल्ली क्यों भेज दिए थे, यहीं क्यों नहीं रखे? जब यहां का आदमी दिल्ली रहेगा तो दिल्ली का आदमी यहां क्यों आएगा?
Ballia:Verbal spat erupted b/w Chief Medical Officer of a primary healthcare center&relative of 2012 Delhi gang-rape case,after villagers sit on a protest demanding doctors&basic facilities at center. CMO says,"Who's Nirbhaya?If she was studying medicine,why did she go to Delhi?" pic.twitter.com/Y91dEx9SRj
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 12, 2020