‘मेरा गांव मेरा देश..’ थीम पर गांवों की तकदीर और तस्वीर बदली जाएगी। इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के छात्र इन गांवों को अपने हुनर से चमकाएंगे। पहले चरण में एकेटीयू (डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय) के अंतर्गत आने वाले 730 इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज दो-दो गांवों गोद लेंगे। इस लिहाज से पहले चरण में 1460 गांवों में विकास, रोजगार और शिक्षा की अलख को जलाया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अनुषांगिक संगठन एकल अभियान और एकेटीयू के बीच ‘मेरा गांव मेरा देश’ अभियान पर करार होने जा रहा है, जिसकी घोषणा 17 फरवरी को होगी। इस दिन रमाबाई मैदान में एकल अभियान के परिवर्तन कुंभ का दूसरा सत्र होगा। कार्यक्रम में खुद एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ‘मेरा गांव मेरा देश’ का एलान करेंगे।
ऐसे संवारे जाएंगे गांव
इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के छात्र गोद लिए गांवों में कुछ दिन प्रवास करेंगे। यह पता करेंगे कि किस-किस का आधार कार्ड बना है। नहीं बना होगा तो बनवाएंगे। 12 रुपये सलाना प्रीमियम वाली प्रधानमंत्री दुर्घटना बीमा से लोगों को जोड़ा जाएगा, जिसमें हादसे के बाद दो लाख की सहायता मिलती है। इसके अलावा विकास योजनाओं को गांव तक ले जाने का रोडमैप तैयार होगा। ये छात्र अपने हुनर से युवाओं में रोजगार और बच्चों में शिक्षा की अलख जलाने का काम भी करेंगे। अभियान के दौरान छात्रों के रहने -खाने, उनका गांव वालों से परिचय वहां केएकल विद्यालय के शिक्षक करेंगे।