दिल्ली में सियासी उठापटक के बीच शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली पहुंचे। दिल्ली में योगी ने करावल नगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव प्रचार की शुरुआत की। इस दौरान तमाम मुद्दों पर केजरीवाल और आम आदमी पार्टी सरकार को घेरते हुए उन्होंने शाहीन बाग की भी चर्चा की और वहां डेढ़ महीने से प्रदर्शन पर बैठे लोगों पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि शाहीन बाग का धरना नागरिकता कानून को लेकर नहीं है। ये धरना इस बात को लेकर है कि भारत दुनिया में एक ताकत के रूप में कैसे उभर रहा है। उनकी चिढ़ ये है कि इनके पूर्वजों ने भारत के टुकड़े कर दिए थे, लेकिन आज भारत एक भारत श्रेष्ठ भारत कैसे बन रहा है। इनके पूर्वजों ने भारत की आन बान शान के साथ हमेशा खिलवाड़ किया है।
आज आतंकवादियों को बिरयानी नहीं खिलाई जा रही है। बिरयानी खिलाने का शौक या तो कश्मीर के अंदर कांग्रेस को था या फिर बिरयानी खिलाने का शौक शाहीन बाग जैसी घटनाओं में केजरीवाल को है।
योगी ने कहा कि ये लोग नारे तो महिला सशक्तिकरण के लगाते थे, लेकिन इसी दिल्ली के अंदर नैना साहनी हत्याकांड भी होता था और तंदूर कांड भी होता था। 1952 में जब कांग्रेस ने छल कपट के चलते धारा 370 को देश के संविधान का हिस्सा बनाया था तो बाबा साहेब ने भी विरोध किया था। तब उन्होंने कहा था कि धारा 370 देश के अंदर विवाद का कारण बनेगी।
योगी ने शाहीन बाग का जिक्र करते हुए लोगों से पूछा कि आप शाहीन बाग चाहते हो या दिल्ली की सुख समृद्धि। उन्होंने कहा मैं दिल्ली में यही समझाने आया हूं कि किस तरीके से मोदी सरकार ने और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मिलकर राम मंदिर का रास्ता साफ कर दिया है। नागरिकता कानून को लेकर जिस तरीके से लोगों को भ्रमित किया जा रहा है, वह देश के लिए अच्छा संदेश नहीं है।