सीएए के समर्थन में आधारताल से रद्दी चौकी के बीच रविवार को तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस दौरान रास्ते से सीएए का विरोध करने वाले भी वहां पहुंच गए दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। इस दौरान महिलाओं के बीच भी विवाद होने लगा और यह इतना बढ़ गया कि यह पत्थरबाजी होने लगी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और भीड़ को हटाने के लिए एसपी अमित सिंह ने खुद आंसू गैस के गोले छोड़े। सीएए के समर्थन में निकाली गई यात्रा में युवा, बुजुर्ग से लेकर महिलाएं शामिल रहीं। सुरक्षा और विवाद की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने रद्दी चौकी से करीब एक किमी दूर बैरिकेड लगाकर रैली को रोक दिया। रद्दी चौकी के दूसरी तरफ सीएए के विरोध में लोग प्रदर्शन कर रहे थे। नाजुक स्थिति को देखते हुए इलाके बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है अब राहगीरों को निकाला जा रहा है।
गौरतलब है कि पिछली बार यहां सीएए के विरोध को लेकर बड़ा हंगामा हुआ था। जिसके बाद चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ गया था। इसी घटना के बाद पुलिस ने आज फिर स्थिति को संभालने के लिए भीड़ को हटाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।
जबलपुर कलेक्टर भरत यादव ने कहा कि अब सड़क के किनारे धरना प्रदर्शन की कोई अनुमति नहीं दी जाएगी। लगातार हो रहे अव्यवस्थित यातायात राहगीरों को परेशानी और परीक्षाओं को देखते हुए अनुमति देने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि स्थिति पूरी नियंत्रण में है, जनजीवन सामान्य कर दिया गया है, सुरक्षा के तौर पर पुलिस और प्रशासन मौजूद है।