केंद्र सरकार लगातार ग्रामीण उद्योग का टर्नओवर बढ़ाने पर जोर दे रही है. इस सिलसिले में बीते गुरुवार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी एक इवेंट में कहा कि सरकार खादी के साथ अन्य ग्रामीण उद्योगों को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है. इस दौरान उन्होंने कहा कि रेस्तरां, एयरलाइन्स और होटल्स में परोसे जाने वाले चाय में चीनी की जगह शहद का इस्तेमाल बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं. अगर सरकार अपने इस प्लान को अमल में लाती है तो शहद की मांग जरूर बढ़ेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको शहद के बिजनेस के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं. हम आपको यह भी बताएंगे कि आखिर इस बिजनेस को आप कैसे सेट अप कर सकते हैं और कैसे कमाई कर सकते हैं.
शहद का बिजनेस शुरू करने का बेहतर मौका
बता दें कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने पिछले दो साल से भी कम समय में देश के किसानों एवं बेरोजगार युवकों को मधुमक्खी पालने के लिये एक लाख से अधिक बक्से दिये हैं. आयोग ने यह ‘हनी मिशन’ के तहत किया है. अगर आप अपना बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके लिए यह बेहतर मौका है. आप हनी हाउस और हनी प्रोसेसिंग प्लांट लगा सकते हैं
मोम ओर पॉलन से भी होगी कमाई
कुछ दिन पहले खादी ग्रामोद्योग विभाग ने हनी मिशन योजना शुरू की है. इसके जरिए अगर कोई किसान और अधिक पैसे कमाना चाहता है तो इस रोजगार को शुरू कर मोटी कमाई कर सकते हैं. लोग हनी मिशन के तहत मधुमक्खी पालन कर अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं. अब ऐसी तकनीक आ गई है, जिसके माध्यम से शहद निकालते समय मधुमक्खियां नहीं मरतीं. मोम और पॉलन भी बनता है. इससे न केवल किसान बल्कि बेरोजगार युवक भी इसे रोजगार के तौर पर अपना रहे हैं.सरकार करती है सपोर्ट
अगर आप इस स्कीम के तहत हनी प्रोसेसिंग प्लांट लगाना चाहते हैं तो कमीशन की ओर से आपको 65 फीसदी लोन दिलाया जाता है और खादी ग्रामोद्योग आपको 25 फीसदी सब्सिडी भी देता है यानी कि आपको केवल 10 फीसदी पैसा लगाना पड़ता है.