क्लेमेनटाउन थाने की पुलिस ने नकली नोटों के साथ आयुर्वेदिक चिकित्सक को गिरफ्तार किया है। आरोपित के पास से 11 हजार के नोट बरामद किए गए हैं। उसके दो साथी पूर्व में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ये तीनों घर पर ही नकली नोट छापते थे।
क्लेमेनटाउन थाना प्रभारी नरोत्तम बिष्ट ने बताया कि वांछित संजय शर्मा निवासी मकतुलपुरी, गंगनहर, हरिद्वार की गिरफ्तारी के लिए उसके घर पर दबिश दी गई तो वह घर के पिछले दरवाजे से भाग निकला। पुलिस ने उसका पीछा किया तो कुछ दूरी पर उसे दबोच लिया गया। तलाशी के दौरान उसकी जैकेट की जेब से 11 हजार के नकली नोट बरामद हुए।
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसके साथी राजेश गौतम व विक्रम चौहान पूर्व में नकली नोट में जेल जा चुके हैं। वह काफी समय से फरार चल रहा था। इस बीच वह काफी नोट मार्केट में चला चुका है।
पुलिस के अनुसार आरोपित आयुर्वेद डॉक्टर भी है और अपना क्लीनिक चलाता था, मगर मरीज न आने के कारण उसने क्लीनिक बंद कर दिया था। आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसके दो बेटे पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी पढ़ाई का खर्च पूरा करने के लिए वह नकली नोट छापने और चलाने लगा।
थाना प्रभारी ने बताया कि क्लेमेनटाउन पुलिस ने 17 सितंबर 2019 को राजेश गौतम निवासी हर्ष विहार, दिल्ली और विक्रम चौहान निवासी हापुड़ को 6,49,000 की जाली करेंसी के साथ गिरफ्तार किया था। उनके पास से एक प्रिंटर, चार प्रिंटिंग कॉटेज, 16 पेज प्रिंटिंग, एक पिस्टल बरामद हुए थे। इनमें संजय शर्मा निवासी मकतुलपुरी, गंगनहर, हरिद्वार फरार चल रहा था।
थाना प्रभारी के अनुसार आरोपित ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह भीड़ वाले इलाके में जाली नोट चलाते थे। आरोपित से 2000 के चार, 500 के पांच और 100-100 के पांच जाली नोट बरामद किए गए हैं।