आईपीएस अधिकारी आनंद प्रकाश माहेश्वरी ने बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े 3.25 लाख कर्मियों वाले अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ के नए महानिदेशक का पदभार संभाला। उत्तर प्रदेश कैडर के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी माहेश्वरी को 13 जनवरी को सीआरपीएफ के नए प्रमुख के पद पर नियुक्त किया गया था। माहेश्वरी ने आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देशवाल से यह प्रभार लिया। देशवाल को सीआरपीएफ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
उनके पूर्ववर्ती आरआर भटनागर 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हुए थे। भटनागर की सेवानिवृत्ति के बाद सीआरपीएफ का अतिरिक्त प्रभार आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देशवाल को सौंपा गया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि माहेश्वरी को लोधी रोड स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीआरपीएफ के मुख्यालय में सीआरपीएफ की कमान सौंपी गई।
माहेश्वरी अगले वर्ष फरवरी में सेवानिवृत्त होंगे। अधिकारी ने बताया कि बल के नए प्रमुख को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। माहेश्वरी इससे पहले तक गृह मंत्रालय में विशेष सचिव पद पर तैनात थे। इससे पहले वह सीआरपीएफ में महानिरीक्षक और उप महानिरीक्षक पद पर रह चुके हैं।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने कहा कि नए डीजी ने कहा कि यह उनके लिए घर वापसी है क्योंकि उन्होंने पहले भी नौ साल तक इस बल में काम किया है। प्रवक्ता ने महानिदेशक के हवाले से कहा कि सीआरपीएफ के रूप में इस तरह के बल को मजबूत करना मेरे लिए बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है। यह देश, अपने लोगों और निश्चित रूप से खुद को बल के सदस्यों की सेवा करने का अवसर है।
माहेश्वरी अब तक गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) के रूप में कार्य कर रहे थे, उन्होंने ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD) का नेतृत्व किया है और सीमा सुरक्षा बल (BSF) में विशेष महानिदेशक के रूप में भी काम किया है।
माहेश्वरी ने समाजशास्त्र में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री ले रखी है, इसके अलावा उन्होंने एमबीए भी किया है। उन्हें वीरता पदक भी मिल चुका है।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को देश के प्रमुख आंतरिक सुरक्षा बल के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसका मुख्य कार्य नक्सल विरोधी अभियानों और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद-रोधी अभियानों का संचालन करना है।