पहले गोरखपुर महोत्सव का समापन 13 जनवरी को था, उस समय निजी कार्यों में व्यस्तता के चलते अनुराधा पौडवाल का गोरखपुर आना अंतिम क्षणों में स्थगित हो गया था, लेकिन बाबा गोरखनाथ के दरबार में अनुराधा की हाजिरी पहले से तय थी। समापन दिवस एक दिन आगे बढ़ा और अनुराधा ने 14 जनवरी को गोरखपुर आने के लिए सहमति दे दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अनुराधा पौडवाल ने काफी धार्मिक वार्तालाप किया। अनुराधा ने कहा कि वे उत्तरप्रदेश में पहले भी धार्मिक आयोजनों में भाग लेती रही हैं, आगे भी मौका मिलते ही वे ऐसे धार्मिक आयोजनों में शामिल होती रहेंगी।
गौरतलब है कि गोरखपुर महोत्सव में आज अनुराधा पौडवाल की प्रस्तुति का समय शाम करीब साढ़े तीन बजे से हैं। शहरवासियों को ढेर सारा स्नेह देते हुए अनुराधा ने सभी को मंगलवार रात गोरखनाथ मेले में पहुंचने का आह्वान किया। शास्त्रीय संगीत से लेकर पाश्चात्य संगीत, भजन संगीत की हर विधा में माहिर बॉलीवुड की प्रसिद्ध गायिका अनुराधा पौडवाल गोरखपुर वासियों को अपनी आवाज के जादू में आज बांधेंगी। पारंपरिक परिवार से ताल्लुक रखने वाली अनुराधा पौडवाल बताती हैं कि उन्होंने कभी भी पार्श्व गायन की कहीं से भी शिक्षा नहीं ली है।
भजन गायन के साथ ही फिल्मों में पार्श्व गायन जारी रहा। मनपसंद संगीतज्ञ के बारे में उनकी प्रतिक्रिया रही कि वैसे तो हर संगीतकार का अपना एक स्टाइल होता है और उन्होंने सभी के साथ काम किया है लेकिन लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के साथ काम करना हर बार नया अनुभव लेने जैसा होता है। जिंदगी के यादगार क्षणों के बारे में पूछने पर वह भावुक हो गईं। बताती हैं कि भजन का एल्बम बनाने के सिलसिले में उन्होंने देश के हर बड़े मंदिर के दर्शन किए और वहां भजन गाए, यह हमेशा यादगार रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अनुराधा पौडवाल की मुलाकात की तस्वीरें।