उत्तर पश्चिमी हवाओं के कारण पूरा उत्तर भारत भयंकर शीतलहर और कोहरे की मार झेल रहा है। राजधानी दिल्ली में तो इस बार शीतलहर ने रिकॉर्ड तोड़ा है और पिछले 22 साल में सबसे लंबे समय तक अपना असर दिखाया है।

मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल इस शीतलहर से राहत मिलने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि, साल के अंतिम दिनों में तापमान में हल्की बढ़ोतरी की उम्मीद जताई गई है। दूसरी तरफ राजस्थान के सीकर में पारा शून्य पर पहुंच गया है। यह मैदानी राज्यों में इस सीजन में पहली बार हुआ है।
राज्य मौसम विभाग के अनुसार, शेखावटी में कोल्ड डे अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार रात यहां पारा माइनस 3 डिग्री तक पहुंच गया था।
प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र, दिल्ली के प्रभारी कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार, राजधानी 29 दिसंबर तक तापमान ऐसे ही बना रहेगा। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री पर पहुंच सकता है। 30 दिसंबर से स्थिति में कुछ बदलाव होगा। दो और तीन जनवरी को हल्की बूंदाबांदी की संभावना भी है।
मौसम की भविष्यवाणी करने वाली निजी एजेंसी Skymet Weather के अनुसार सिकर में जहां पारा शून्य पर पहुंच गया वहीं पिलानी में 0.5 डिग्री और चुरू में 1.3 डिग्री पर रहा। इसके अलावा हरयाणा के नरनौल में 2.5 डिग्री दर्ज हुआ है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गोरखपुर और आसपास के इलाकों में पारा 5 से 6 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं अन्य राज्यों की बात की जाए तो महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के कुछ शहरों में आज भी बारिश के आसार हैं और इस वजह से पारा और लुढ़केगा। कर्नाटक और केरल में भी बारिश और ओलावृष्टि के आसार हैं।
कोहरे के कारण रेल, सड़क और वायु यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। तेजस, राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनें भी घंटों विलंब से चल रही हैं।मौसम विभाग के मुताबिक इस बार दिल्ली में शीतलहर 14 दिसंबर से शुरू हुई थी, तब से लगातार इसका कहर जारी है। इससे पहले दिसंबर 1997 में ही इतनी लंबी शीतलहर चली थी। तब पूरे माह के दौरान 17 दिन शीतलहर के रहे थे, हालांकि ये लगातार नहीं थे।
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