मध्य प्रदेश के जबलपुर के मदनमहल रेलवे स्टेशन को करीब दो साल पहले महिला दिवस पर प्रदेश का पहला पिंक रेलवे स्टेशन होने का दर्जा मिला था। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल ने तकरीबन 68 महिला कर्मचारियों को स्टेशन पर तैनात किया। इसमें स्टेशन मास्टर से लेकर इंजीनियरिंग, ऑपरेटिंग, सिग्नल, कमर्शियल और आरपीएफ तक, सभी विभाग में महिलाओं को स्टेशन की जिम्मेदारी सौंपी, लेकिन अब इस स्टेशन से पिंक स्टेशन का दर्जा छिनने जा रहा है। जबलपुर रेल मंडल इस माह से स्टेशन पर तकरीबन 39 पुरुष टीटीई (टिकट निरीक्षक) तैनात करने जा रहा है, जिसके बाद स्टेशन से पिंक रेलवे स्टेशन का दर्जा छीन जाएगा।
यात्रियों की संख्या बढ़ गई
जबलपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री ट्रेनों का दबाव कम करने के लिए रेलवे ने कई ट्रेनों को मदनमहल रेलवे स्टेशन से रवाना करना शुरू किया है, जिससे यहां पर यात्रियों की संख्या में इजाफा हो गया है। हालात यह है कि यहां तैनात महिला कर्मचारियों से यात्रियों की व्यवस्था नहीं संभल पा रही है। वहीं बिना टिकट यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे देखते हुए जबलपुर रेल मंडल के कमर्शियल विभाग ने स्टेशन से लेकर ट्रेन तक में टीटीई स्क्वॉड और चेकिंग स्टॉफ बढ़ाने का निर्णय लिया है। साथ ही व्यवस्था बेहतर हो, इसके लिए पुरुष स्टॉफ को भी तैनात किया जा रहा है। ज्ञात हो कि आठ मार्च 2018 को तत्कालीन डीआरएम मनोज सिंह और वर्तमान एडीआरएम मंजू मोहनपुरिया ने मदनमहल रेलवे स्टेशन का पिंक स्टेशन के रूप में शुभारंभ किया था।
यह कठिनाइयां आ रहीं थीं
– कमर्शियल-टिकट काउंटर पर महिला स्टॉफ होने से अक्सर यात्री बहस करते हैं।
– ऑपरेटिंग-स्टेशन मास्टर से लेकर ट्रेन परिचालन तक में लगातार दिक्कतें थीं।
– इंजीनियरिंग-ठंड या मौसम खराब होने के दौरान ट्रैक मेंटेनेंस की दिक्कतें बढ़ना।
– सिग्नल- कोहरा अधिक होने से सिग्नल देखने में भी परेशानी आती है।
– आरपीएफ- महिला जवानों को रात के वक्त तैनात करने से रेलवे बच रहा है।
क्या होता है पिंक स्टेशन
पिंक स्टेशन पर तैनात हर कर्मचारी महिला होती है। यहां तक की ट्रेनों का परिचालन से लेकर स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था तक महिलाओं के जिम्मे होती है। वर्तमान में यहां आठ महिला टीटीई तैनात हैं।
मदनमहल रेलवे स्टेशन से कई और ट्रेनों की शुरू किया गया है, जिससे यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। इस बीच बिना टिकट सफर करने वाले भी बढ़ गए हैं, इसलिए इन्हें पकड़ने के लिए 39 पुरुष टीटीई स्टॉफ तैनात किया जा रहा है।