JNU Violence Impact, जेएनयू में बीती रात हुई हिंसा के खिलाफ देश भर के शिक्षण संस्थानों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। बीती रात से मुंबई से लेकर पुणे और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(एएमयू) के छात्र हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। एएमयू के छात्रों ने जहां जेएनयू के छात्रों के समर्थन में कैंडल मार्च निकाला, वहीं मुंबई के छात्रों का गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन बीती रात से लगातार जारी है।
डीयू के नॉर्थ कैंपस में विरोध प्रदर्शन
JNU में हुई हिंसा के विरोध में दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस में आज दोपहर 2 बजे प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने कला संकाय में विरोध प्रदर्शन करने के लिए कहा है।
JNU के VC ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की
जेएनयू के वीसी एम जगदीश कुमार ने सोमवार को सभी छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि वैरिटी की सर्वोच्च प्राथमिकता छात्रों के शैक्षणिक हितों की रक्षा करना है।
फिलहाल जेएनयू के सभी 34 छात्रों को एम्स अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। वहीं जेएनयू कैंपस में हिंसा के बाद छात्र परिसर छोड़ रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने पहला एफआईआर दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस की ओर से इसकी जानकारी दी है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) की एक छात्रा ने परिसर से बाहर निकलते हुए देखा गया। यह छात्रा कल हिंसा के दौरान कैंपस में ही मौजूद थी। छात्रा ने बताया, ‘लोग बाहर से आए, लाठी और डंडों से लैस। विश्वविद्यालय में स्थिति गंभीर है। इसलिए, मैं इसे अभी के लिए कैंपस को छोड़ रही हूं।’
मुंबई के छात्रों का आधी रात से प्रदर्शन
मुंबई के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। जेएनयू हिंसा की निंदा करने के लिए विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने रविवार आधी रात से गेटवे ऑफ इंडिया पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।यह प्रदर्शन फिलहाल सुबह तक जारी है।जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद और कुणाल कामरा इन छात्रों के समूह का हिस्सा थे, जिन्होंने जेएनयू के छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मोमबत्ती की रोशनी में विरोध प्रदर्शन किया।
हिंसा का विरोध करने के लिए युवा, ज्यादातर शहर के कॉलेजों के छात्र गेटवे ऑफ इंडिया के पास होटल ताज के पास फुटपाथ पर इकट्ठे हुए।गौरतलब है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में रविवार रात हिंसा उस वक्त भड़क गई, जब लाठी और डंडों से लैस नकाबपोश छात्रों ने जेएनयू छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इसके बाद जेएनयू प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा, जिसने वहां फ्लैग मार्च किया।
AMU छात्रों का कैंडल मार्च
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के छात्रों ने सोमवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए एक कैंडल मार्च निकाला। यह कैंडल मार्च 5 जनवरी की रात JNU में हुई हिंसा के विरोध निकाला गया। छात्रों ने कैंपस में हिंसा के दौरान घायल हुए जेएनयू के छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए मोमबत्तियां जलाईं और बैनर दिखाए। छात्रों के बैनरों पर लिखा था,’जेएनयू के साथ एकजुटता में एएमयू साथ खड़ा है’। इस मार्च के दौरान ‘जेएनयू ज़िंदाबाद’, ‘एएमयू ज़िंदाबाद’ जैसे नारे लगाए गए।
पुणे में FTII के छात्रों का प्रदर्शन
जेएनयू में बीती रात हुई हिंसा के खिलाफ पुणे में भी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान(एफटीआईआई) के छात्रों ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
जामिया मिल्लिया ने की छात्रों पर हमले की निंदा
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की समन्वय समिति ने सोमवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रों पर हमले की निंदा की, जिसमें उनके छात्र संघ अध्यक्ष आइश घोष भी शामिल थे।जामिया समन्वय समिति (जेसीसी) ने अपने पत्र में एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर जेएनयू परिसर में हिंसा का आरोप लगाया।