ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार छींक बहुत शुभ मानी जाती है। चिकित्सा विज्ञान के नजरिए से छींक आना एक सामान्य मानवीय प्रक्रिया है। सर्दी, जुकाम के कारण छींक आए तो इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। आइए जानें छींक का आना कब शुभ होता है-
दुर्घटनावश अशुभ प्राकृतिक संकेत को देखते समय छींक आ जाए तो इससे सभी अशुभ असर दूर हो जाते हैं।
नए वस्त्र पहनते समय कोई छींक दे तो यह दुगुनी खुशी मिलने का संकेत है। इसका अर्थ होता है कि शीघ्र ही नए वस्त्र मिलने वाले हैं।
शुभ कार्य करते समय छींक देने पर काम के पूरा होने में बाधा रहती है। यदि उस समय दो छींक आ जाए तो कार्य अच्छे से होता है। भोजन करने से उपरांत छींकना शीघ्र स्वादिष्ट भोजन मिलने का संकेत है।
कार्य पर जाते समय यदि कोई पीछे से छींक दे तो काम अवश्य पूर्ण होता है। यदि कोई मरीज दवा ले रहा हो और छींक आ जाए तो वह शीघ्र ही ठीक हो जाता है।