दिल्ली के इंडिया गेट के पास एक युवक ने खुद को आग लगा ली. करीब 90 फीसदी तक जले युवक की हालत गंभीर है और उसका इलाज राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक पुलिस को जैसे ही युवक के आग लगाने की जानकारी मिली, पीसीआर वैन मौके पर पहुंची और बुरी तरह झुलसे युवक को अस्पताल लेकर पहुंची. जहां डॉक्टरों ने तुरंत उसका इलाज शुरु कर दिया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब आग की लपटों में घिरा युवक बुरी तरह चिल्ला रहा था तब पुलिस के जवानों ने आग को बुझाया और पीसीआर की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया. पुलिसवालों ने बताया कि घटनास्थल से पेट्रोल जैसी गंध आ रही थी.
लिस का दावा है कि युवक ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आग नहीं लगाई है. युवक का नाम कार्तिक महर है और वह ओडिशा का रहने वाला है. पुलिस ने कहा कि युवक की दिमागी स्थिति ठीक नहीं है.
फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची जिसने घटनास्थल से कुछ सैंपल जमा किए हैं ताकि ये पता चल सके कि युवक ने कौन सा पदार्थ खुद पर डाल कर आग लगाई थी. पुलिस का मानना है कि डिप्रेशन के चलते कार्तिक ने ये कदम उठाया है हालांकि कार्तिक के पास से पुलिस को कोई सुसाइड नोट आदि नहीं मिला है.
पुलिस इस मामले में चश्मदीदों के अलावा कार्तिक के परिवार से भी जानकारी लेने की कोशिश कर रही है. हालांकि ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि युवक पहले भी खुद की जान लेने की कोशिश कर चुका है.
अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि युवक करीब 90 फीसदी तक झुलस गया है और बेहोश है. उसे आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं. फिलहाल उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.