नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में बवाल तेज हो गया है। सोमवार को भी कई राज्यों में बवाल जारी है। इस बीच दिल्ली में रविवार दिनभर हिंसा के बाद इसकी आंच लखनऊ तक पहुंच गई है। वहीं, पर जमकर प्रदर्शन हो रही है। आइए जानते हैं कि दिल्ली में रविवार शाम से लेकर अब तक हाल।
कई बसें फूंकी, जमकर हुई हिंसा
दिल्ली के जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में उपद्रवियों ने सबसे ज्यादा बवाल किया। दिल्ली में कई बसें और पुलिस चौकी फूंक दी गई। यहां छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मियों समेत करीब 40 लोग घायल हो गए।
हिंसा के बाद पुलिस ने संभाला मोर्चा, 42 लोग हिरासत में; देर रात छोड़े गए
रविवार देर रात न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में 52 लोगों को हिरासत में रखा गया था। देर रात कालका जी थाने में भी जामिया के 28 छात्रों को लाया गया था। देर रात करीब डेढ़ हजार छात्र-छात्राएं आइटीओ स्थित पुराने दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर पहुंच गए और दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इनमें जामिया के अलावा जेएनयू, डीयू व एनएसयूआइ के छात्रों के साथ कुछ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी थे। ये लोग हिरासत में लिए गए छात्रों को छोड़ने की मांग कर रहे थे।
स्थानीय लोगों ने बिगाड़ा माहौल
दिल्ली में जामिया के छात्रों के प्रदर्शन में स्थानीय लोगों के शामिल हो जाने के कारण तीन दिन से चल रहा प्रदर्शन रविवार तो हिंसक हो गया। उपद्रवियों ने पूरे दिन दिल्ली-नोएडा रोड व मथुरा रोड को ठप रखा। भीड़ ने शाम पांच बजे मथुरा रोड पर चार बसों व बटला हाउस मेन चौक पर बानी पुलिस चौकी में आग लगा दी। कई मोटरसाइकिलें फूंक दीं और 15 डीटीसी बसों व कारों में तोड़फोड़ की। राहगीरों, पुलिस व पत्रकारों पर हमला किया। जामिया प्रशासन ने हिंसा में छात्रों के शामिल होने से इन्कार किया है। जामिया के चीफ प्रोक्टर वसीम अहमद खान ने पुलि पर जबरन कैंपस में घुसने का आरोप लगाया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि स्थिति पर नियंत्रण के लिए कैंपस में जाना पड़ा। जामिया में परीक्षाएं रद कर पांच जनवरी तक छुट्टी कर दी गई है।
पुलिस पर पेट्रोल बम व पत्थरों से हमला
सुबह 11 बजे से छात्र जामिया के गेट पर काली पट्टियां बांध कर नारेबाजी कर रहे थे। दोपहर बाद ओखला व बाटला हाउस के स्थानीय लोगों के साथ सराय जुलैना की तरफ मार्च निकाला। पुलिस ने मथुरा रोड पर बैरिर्केंडग लगाकर उन्हें रोक दिया। शाम साढ़े चार बजे हजारों की संख्या में छात्र व स्थानीय लोग सराय जुलैना के पास जुट गए। पुलिस की बैरिर्केंडग के कारण वे माता मंदिर रोड से पीछे हो गए और दूसरी तरफ से मथुरा रोड पर आकर जमकर उपद्रव किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिस पर पेट्रोल बम व पत्थरों से हमला किया गया। हालात बेकाबू होता देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे व लाठीचार्ज किया। ओखला से आप विधायक अमानतुल्लाह खान व उनके समर्थक सुबह दस बजे से शाहीन बाग में जुटने लगे थे।