ब्रिटेन की संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस में 650 सीटों के लिए इस साल 3,322 उम्मीदवार चुनाव में खड़े हुए हैं। इंग्लैंड, वेल्स, स्कॉटलैंड और नॉर्दर्न आयरलैंड के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान केंद्र अंतरराष्ट्रीय समयानुसार सुबह सात बजे शुरू हो गए। अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रात 10 बजे मतदान खत्म होने पर मतगणना शुरू होगी। अधिकतर नतीजे शुक्रवार सुबह तक घोषित हो जाएंगे।
अगर हाउस ऑफ कॉमंस में किसी पार्टी के आधे सांसद (326) चुनकर आते हैं तो वही पार्टी आमतौर पर सरकार बनाती है। अगर किसी भी पार्टी के पास बहुमत नहीं है तो वह एक या दो अन्य दलों के अधिकतर सांसदों का गठबंधन बनाकर सरकार बना सकती है।
इन चुनावों में मुख्य टक्कर सत्ताधारी कंजरवेटिव पार्टी और मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी के बीच है। इस बार के चुनाव में दोनों ही पार्टियां भारतीय मूल के लोगों को लुभाने में लगी हैं। चुनाव प्रचार के दौरान ब्रेग्जिट के अलावा जलियांवाला बाग कांड से लेकर कश्मीर का मुद्दा छाया हुआ है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपनी पार्टी के ‘ब्रेक्जिट पूरा हो’ के संदेश पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं जबकि विपक्षी दल अंतिम ब्रेक्जिट समझौते पर फिर से जनमत संग्रह कराना चाहते हैं और वे घरेलू मुद्दों जैसे कि संकटग्रस्त सरकार पोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
31 अक्तूबर की अंतिम समयसीमा तक ब्रेक्जिट लागू करने में नाकाम रहने के बाद जॉनसन ने 12 दिसंबर को चुनाव कराने की घोषणा कर दी थी।
लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन के कश्मीर पर दिए बयान के बाद भारतीय मूल के लोगों में गुस्सा देखकर पार्टी ने जहां सफाई पेश करना शुरू किया वहीं उसने वादा किया कि यदि वह सत्ता में आई तो वह एक सदी पहले हुए जलियांवाला बाग नरसंहार पर भारत से औपचारिक माफी मांगेगी। लेबर पार्टी ने यह वादा सिर्फ दक्षिण एशियाई मूल के लोगों के वोट हासिल करने के लिए किया है।
जबकि दूसरी तरफ प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कंजरवेटिव पार्टी का रुख स्पष्ट करते हुए भारतीय मूल के लोगों को वीजा और वहां रह रहे लोगों के भारतीय रिश्तेदारों को रियायतें देने का वादा भी किया है। बोरिस जॉनसन को लेकर हिंदी गाना भी चुनाव प्रचार में वायरल किया गया है जिसमें पार्टी प्रत्याशी शैलेश वारा ने जॉनसन को जिताने की अपील की है।
बैलट पेपर पर होगा मतदान
सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक वोट पड़ेंगे। मतदान केंद्र प्राथमिक स्कूल, कम्युनिटी हॉल और चर्चों को बनाया गया है। खास बात ये है कि यहां पर मतदान बैलट पेपर पर होता है। बैलट पेपर पर मतदाता अपने पसंदीदा उम्मीदवार के नाम के आगे क्त्रसॅस (एक्स) का साइन लगाना होता है और बैलट को सीलबंद बैलट बॉक्स में डालना होता है।