उत्तर प्रदेश के नोएडा में होमगार्ड की सैलरी और तैनाती से जुड़े घोटाला मामले में गिरफ्तारी हुई है. डिवीजनल कमांडेंट एचजी राम नारायण चौरसिया, असिस्टेंट कंपनी कमांडर सतीश, प्लाटून कमांडर मोंटू, सतवीर और शैलेंदर को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस पहले मंगलवार को सैलरी और तैनाती से जुड़े घोटाले की फाइल आग में जलकर खाक हो गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आग लगने की घटना की जांच कराने के निर्देश दिए.
नोएडा स्थित होमगार्ड कार्यालय में मंगलवार सुबह आग लग गई थी, जिसमें सैलरी मस्टर रोल्स जलकर खाक हो गए थे. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह होमगार्ड्स को ड्यूटी देने के मामले में घोटाला सामने आया था, जिसमें होमगार्ड्स की फर्जी हाजिरी दिखा कर करोड़ों रुपये ठग लिए गए थे. इस मामले में योगी आदित्यनाथ ने पहले ही जांच के आदेश दे दिए हैं.
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) वैभव कृष्ण को घोटाला मामले में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने खुद इस मामले की शुरुआती जांच की है और सिफारिश की है कि संबंधित होमगार्ड अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए.
गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार, उन्हें सूचना मिली कि कई होमगार्ड ड्यूटी पर नहीं पहुंचते हैं लेकिन उनकी हाजिरी लगाई जा रही है. कुछ अधिकारी अपना मेहनताना बराबर ले रहे हैं. शुरुआती जांच में सामने आया कि पैसे निकालने के लिए पुलिस थाना प्रभारियों के फर्जी हस्ताक्षर किए जा रहे थे.