कुछ इंसान ऐसे होते हैं जो थोड़े ही प्रयास में हर काम में सफल हो जाते हैं वहीं दूसरी ओर ऐसे भी लोग हैं जो लाख कोशिश करने क बाद भी असफल रह जाते हैं। समुद्रशास्त्र में इसका कारण बताया गया है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली पर कुछ निशान शुभ होते है तो कुछ अशुभ। शुभ निशान होने पर व्यक्ति भाग्यशाली और धनवान बनता है। वहीं हथेली पर अशुभ निशान होने पर व्यक्ति का जीवन कंगाली में बीतता है।
हथेली पर भाग्यरेखा होना काफी मायने रखता है। अच्छी भाग्यरेखा बनने से व्यक्ति भाग्यशाली होता है जिससे उसके जीवन में धन-संपदा की कमी नहीं होती। अगर किसी व्यक्ति की भाग्यरेखा कमजोर, टूटी-फूटी या अन्य कोई रेखा उसको काटते हुए जाए तो ऐसा व्यक्ति भाग्यहीन कहलाता है। उसे हमेशा तंगी का सामना करना पड़ता है।
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार सूर्य रेखा से व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है। अगर किसी व्यक्ति की हथेली में सूर्य रेखा न बनी हो तो व्यक्ति को उचित मान-सम्मान प्राप्त नहीं होता है। मेहनत करने के बावजूद भी उसे सफलता नहीं मिलती। ऐसे व्यक्ति का कंगाली पीछा नहीं छोड़ती।