इस्पात मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने शुक्रवार को टोक्यो में जापान की दो दिग्गज स्टील कंपनियों निप्पों स्टील और दाइदो स्टील के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। प्रधान ग्लोबल फोरम ऑन स्टील एक्सेस कैपिसिटी’ (जीएफएसईसी) के दो दिन के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जापान की यात्र पर हैं। उनके साथ वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल भी है। जापान की कंपनियां भारत के स्टील सेक्टर में निवेश की दिलचस्पी पहले से दिखा रही हैं। इसे देखते हुए प्रधान के साथ इन दो कंपनियों के अधिकारियों की मुलाकात का विशेष महत्व है।
प्रधान ने ट्वीट किया, ‘दाइदो स्टील कंपनी के प्रतिनिधियों से तोक्यो में मिला। दाइदो दुनिया की सबसे बड़ी स्टील कंपनियों में से एक है। यह उच्च कार्यक्षमता के स्टील, चुंबकीय सामग्री, वाहन उद्योग और औद्योगिक उपकरणों के पुर्जो के क्षेत्र में भी काम करती है।’ इस कंपनी की भारत में अच्छी मौजूदगी है। प्रधान ने कहा कि उन्होंने इस कंपनी के साथ पहले से चल रहे सहयोग में विस्तार की संभावनाओं पर बातचीत की। इसमें उत्पादन के अच्छे तौर-तरीकों की जानकारी के आदान-प्रदान की बात भी हुई, ताकि मैन्यूफैक्चरिंग की लागत घटाई जा सके।
प्रधान ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि उन्होंने निप्पों स्टील कॉरपोरेशन के अधिकारियों के साथ बातचीत में भारत के विशाल बाजार की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आर्थिक वृद्घि के साथ देश में स्टील की खपत बढ़ रही है। औद्योगिक अनुमानों के अनुसार भारत दुनियाभर में स्टील की तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। सरकार ने 2030 तक स्टील की प्रति व्यक्ति सालाना औसत खपत 160 किलो तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल यह 61 किलो है, जबकि इसका वैश्विक औसत 208 किलो है।