आजतक आप सभी ने केवल सफेद और पीली कौड़ी के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाल कौड़ी भी होती है. जी हाँ, लाल कौड़ी अत्यंत दुर्लभ प्रकार की होती है और समुद्र की तलहटी में लाखों-करोड़ों पीली और सफेद कौड़ियों के बीच में एक-दो पैदा होती है. कहते हैं तंत्र शास्त्र में लाल कौड़ी का बहुत महत्व है और कहते हैं यह धन को चुंबक की तरह अपनी ओर खींच लेती है. कहा जाता है जिसके पास लाल कौड़ी होती है वह अखंड साम्राज्यपति होता है और उसके पास धन की कोई कमी नहीं होती.
ऐसे में जिसके हाथ लाल कौड़ी हो वह सबसे अमीर हो जाता है. लाल कौड़ी अत्यंत ही दुर्लभ किस्म की होती है और यह कौड़ी समुद्र की तलहटी में लाल मूंगा की चट्टानों के बीच में पाई जाती है. कहते हैं यक्षराज कुबेर के सिंहासन में लाल कौड़ियां जड़ी हुई हैं इस कारण से यह कौड़ी धन को खींचने वाली मानी जाती है. इसी के साथ तंत्र शास्त्र के लिए यह अत्यंत दुर्लभ कौड़ी है और इस पर विभिन्न् प्रकार के प्रयोग करके लक्ष्मी को सिद्ध किया जाता है. कहा जाता है लाल कौड़ी को प्रयोग करने से पहले उसे सिद्ध करना जरूरी होता है और बिना सिद्ध किए वह अपना प्रभाव नहीं दिखा पाती.
सिद्ध कैसे करें- इसके लिए लाल कौड़ी को दीपावली की रात में लक्ष्मी के तांत्रोक्त मंत्रों से सिद्ध किया जाता है और दशांश हवन किया जाता है और फिर प्रयोग किया जाता है. इसी के साथ सिद्ध लाल कौड़ी को लाल रेशमी कपड़े में बांधकर घर की उत्तर दिशा में रखी तिजोरी में रखने से व्यक्ति धनवान बनता है. कहते हैं सात लाल कौड़ी पर किसी भी अमावस्या की रात्रि में 1008 श्रीसूक्त के पाठ करके सिद्ध करें और उसके बाद उन सभी पर केसर का तिलक लगाएं और लाल कपड़े की थैली में बांधकर घर की उत्तरी दीवार पर लटका दें. कहा जाता है इससे धन आता है और गरीब से व्यक्ति करोड़पति बन जाता है.