टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली जल्द भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के बॉस की कुर्सी संभालने जा रहे हैं। दस महीने के लिए बीसीसीआइ अध्यक्ष चुने जाते ही दादा सौरव गांगुली ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि वे बीसीसीआइ को कहां ले जाने की सोच रखते हैं। इसी कड़ी में सौरव गांगुली ने भारतीय टीम को भी फरमान सुना दिया है कि वे बड़े टूर्नामेंट पर ज्यादा ध्यान दे।
BCCI अध्यक्ष चुना जाना बड़ी जिम्मेदारी
कोलकाता के दमदम हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए सौरव गांगुली ने कहा, “यह एक बड़ी जिम्मेदारी है। उम्मीद है कि वे अच्छा काम कर पाएंगे। उनकी प्राथमिकता प्रथम श्रेणी क्रिकेट ही होगी। प्रथम श्रेणी का क्रिकेट बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये भारतीय क्रिकेट का आधार है। हम सिर्फ शीर्ष स्तर पर ध्यान देते आ रहे हैं।” टीम इंडिया के प्रदर्शन पर दादा ने कहा है कि भारतीय टीम अच्छा कर रही है।
भारतीय टीम का अच्छा प्रदर्शन, लेकिन…
प्रिंस ऑफ कोलकाता सौरव गांगुली ने कहा है, “बड़े टूर्नामेंटों में टीम इंडिया का अच्छा प्रदर्शन है, लेकिन सेमीफाइनल और फाइनल में उस तरह का प्रदर्शन करने में टीम नाकाम हो रही है। इसके लिए विशेष योजना तैयार करनी होगी। इसके बाद बंगाल क्रिकेट संघ के दफ्तर में गांगुली ने कहा कि कई बार जिंदगी में कम ही बहुत होता है इसलिए हमें इससे सतर्क रहना पड़ेगा।
गांगुली ने आगे कहा कि जब पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हुआ था तो मैं 1998 में इसमें खेला था। मैंने दो बार चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम की अगुआई की और दोनों बार टीम फाइनल में पहुंची जिसमें एक बार हम संयुक्त विजेता रहे थे लेकिन टी-20 एक ऐसा प्रारूप है जिसने लोगों को ज्यादा आकर्षित किया है।
इससे पहले उन्होंने विराट कोहली की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह भारत की शान हैं। वह बिना किसी दबाव के काम करेंगे और क्रिकेट की सोच का इस्तेमाल करेंगे। अगले साल टी-20 विश्व कप है और मैं कोहली को खुलकर खेलने के लिए कहूंगा।